पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा, धांधली की घटनाओं के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से आज महानगर में महारैली निकाली गई है. हालांकि पुलिस ने इस रैली की मंजूरी नहीं दी है. पुलिस की अनुमति नहीं मिलने के बावजूद भाजपा की ओर से यह रैली निकाली गई . यह रैली कॉलेज स्क्वायर से रानी रासमणि एवेन्यू तक जाएगी हालांकि काॅलेज स्ट्रीट में ही इस रैली को रोकने के लिये भारी पुलिस बल को तैनात किया गया था.
कुछ दिन पहले ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने महानगर में रैली निकालने की घोषणा की थी. उन्होंने कहा था कि हाल ही संपन्न हुए पंचायत चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी ने हर स्तर पर धांधली की. नामांकन दाखिल करने से लेकर, चुनाव प्रचार, मतदान के दिन और मतगणना केंद्रों पर भी हिंसा देखने मिली है. मतगणना के बाद अब सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा समर्थकों व कार्यकर्ताओं पर हमले किये जा रहे हैं, इसके विरोध में ही यह रैली निकाली गई है.
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भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी, सुकांत मजूमदार व दिलीप घोष के नेतृत्व में यह रैली निकाली गई है. इस दौरान भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने बताया कि बंगाल में गणतंत्र की रक्षा करने की जरुरत है. बंगाल में गणतंत्र खतरे में है. ऐसे में भाजपा की ओर से महारैली निकाली गई है.वोट चुराने के लिए तृणमूल समर्थकों ने भी बैलेट पेपर खाया है. त्रिस्तरीय पंचायतों को तृणमूल ने लूटा है. अगले सप्ताह में तृणमूल की एक और चोरी का पर्दाफाश करूंगा.
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भाजपा नेताओं का आरोप है कि त्रिस्तरीय पंचायत वोट के दौरान तृणमल ने लूट मचाई है. भाजपा नेता सुकांत मजूमदार ने कहा कि पंचायत चुनाव में 11 भाजपा समर्थकों की मौत हुई है इसके साथ ही लगभग 4000 से अधिक भाजपा समर्थक घायल हुए है. इन सब हिंसा के प्रतिवाद में भाजपा की महारैली निकाली गई है.
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भाजपा नेता सुकांत मजूमदार ने बताया कि 21 जुलाई को तृणमूल शहीद दिवस का पालन करेगी जबकि भाजपा बीडीओ दफ्तर का घेराव करेगी. आखिरकार जनता को वोट क्यों नहीं देने दिया गया. गौरतलब है कि 22000 से अधिक बूथों पर जनता को वोट नहीं देने दिया गया क्योंकि तृणमूल को डर था कि भाजपा इन बूथाें से जीत हासिल कर सकती है.
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शुभेंदु ने बुधवार को एक और नई शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार ने अवैध तरीके से 120 करोड़ रुपये कहीं ट्रांसफर किये हैं. शुभेंदु ने यह भी दावा किया कि और भी कई लोग शामिल है. उन्होंने यह भी दावा किया कि वह जल्द ही संबंधित दस्तावेज लाएंगे और राज्य सरकार की बोलती बंद हो जाएगी. गौरतलब है कि भाजपा की रैली को पुलिस ने कहीं नहीं रोका और रैली धर्मतल्ला में आकर समाप्त हुई.
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