भाजपा विधायकों ने विधानसभा सत्र के दौरान वाॅकआउट करते हुए प्रदर्शन शुरु कर दिया . नबान्न अभियान को लेकर भाजपा विधायकों ने हंगामा शुरु कर दिया. इसके विपक्ष में तृणमूल विधयाकों ने भी इसका प्रतिवाद किया . लगातार दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने में लगे हुए है. भाजपा मूलतवी प्रस्ताव लाना चाहती थी जिसके लिये स्पीकर द्वारा माना किये जाने के बाद विधानसभा में हंगामा शुरु कर दिया गया .
भाजपा नेता शुभेंदु अिधकारी द्वारा सरकारी नियुक्तियों सहित भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की मांग के लिए एक लंबित प्रस्ताव लाना चाहती थी। लेकिन स्पीकर बिमान बनर्जी ने गुरुवार को इसे खारिज कर दिया। उन्होंने प्रस्ताव को ‘अदालत में लंबित मामला’ बताकर खारिज कर दिया। स्पीकर द्वारा इस फैसले की घोषणा के बाद विधानसभा में भाजपा ने हंगामा शुरु कर दिया है.
बीजेपी विधायकों ने राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार के खिलाफ पोस्टर और नारेबाजी शुरू कर दी . हाल ही में शिक्षन भर्ती मामला और गौ तस्करी के मामलों में तृणमूल नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसी की ‘गतिविधि’ का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने ‘चोर धरो जेल भरो’ के नारे लगाए। लगातार तृणमूल पर आरोप लगाते और हंगामा करते हुए नजर आये.
भाजपा के वाॅकआउट करने के बाद तृणमूल विधायक व मंत्री ने भी हंगामा शुरु कर दिया. भाजपा के नबान्न अभियान के दौरान उन्होंने विपक्षी नेता शुभेन्दु पर टिप्पणी करते हुए प्रदर्शन शुरु कर दिया . ’56 इंच की छाती, मेरे शरीर को मत छुओ, मैं पुरुष (पुरुष) हूं जैसे व्यांगात्मक शब्द कह कर विपक्ष दल पर हमला बोल दिया .