बीरभूम, मुकेश तिवारी. ‘रामनवमी पर जो अराजकता फैलाई गई थी जो भेदभाव और भाईचारा को नष्ट किया गया था, वह किसी और ने नहीं किया. ना किसी संप्रदायिक दल के लोगों ने किया. यह ममता बनर्जी ने किया था. रामनवमी में अशांति फैलाने का काम राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया.’ यह कहना है विरोधी दल के नेता भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी का. रविवार को बीरभूम जिले के मुराराई में भाजपा की एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने उक्त बातें कही. इस दौरान उन्होंने कहा कि बीरभूम जिले से ही समूचे राज्य में सरकार का परिवर्तन होगा. गरजते हुए शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि समूचे राज्य भर में सरकारी नौकरी की चोरी, कोयला, बालू, पत्थर, गौ तस्करी सब इस सरकार के नेताओं और मंत्रियों ने किया है.
तृणमूल सरकार के खिलाफ जमकर आक्रोश व्यक्त किया
इस दौरान शुभेंदु अधिकारी ने तृणमूल सरकार के खिलाफ जमकर आक्रोश व्यक्त किया. इस दौरान शुभेंदु अधिकारी ने अनुब्रत मंडल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बीरभूम का बाघ कहा है, उन्होंने कहा कि बीरभूम का बाघ अब तिहाड़ जेल में बंद है. इस दौरान शुभेंदु अधिकारी ने बीरभूम के और कई तृणमूल नेताओं का नाम लेते हुए सीधे तौर पर उन्हें चोर कहा और उन्होंने जनता से पूछा कि और कितने चोर बीरभूम जिले में हैं, अब वह सब भी तिहाड़ जाएंगे. शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि आगामी पंचायत चुनाव में बीरभूम की जनता को आगे बढ़कर तृणमूल के गुंडों और लुटेरी सरकार और लुटेरी तृणमूल पंचायत के खिलाफ आवाज बुलंद करना होगा.
”बीरभूम में परिवर्तन लाना होगा”
उन्होंने कहा कि बीरभूम में परिवर्तन लाना होगा. तभी राज्य में परिवर्तन आएगा. इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं को राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नाम परिवर्तन कर राज्य की जनता को ठगा है और जरूरतमंद लोगों को उक्त योजनाओं से वंचित रखा है. विभिन्न योजनाओं के नाम पर तृणमूल के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने लूट मचाई है. शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि समूचे राज्य में अराजकता की स्थिति तृणमूल सरकार ने कायम की है. राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से धराशाई हो गया है. महिलाएं सुरक्षित नहीं है.
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”बागतुई नरसंहार की घटना पूरे देश में राज्य सरकार की नाकामी”
बागतुई नरसंहार की घटना ने पूरे देश में राज्य सरकार की नाकामी को पेश किया है. इस दौरान शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि अल्पसंख्यकों के नाम पर जो तृणमूल राजनीति कर रही है, अल्पसंख्यक संप्रदाय के लोग अब समझ गए हैं. बागतुई की घटना को अंजाम देने वाला कोई बाहरी नहीं था बल्कि अल्पसंख्यक समुदाय के बीच विभेद तैयार कर तृणमूल के लोगों ने 10 निरीह लोगों को जिंदा जला दिया था. शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्य में पुनः परिवर्तन की सरकार आएगी. राज्य की जनता अब इस भ्रष्टाचारी सरकार से त्रस्त हो गई है.