भांगर (दक्षिण 24 परगना), नम्रता पांडेय. इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आइएसएफ) चाहता है कि वह ब्लॉक और पंचायत स्तर पर जीत हासिल करके पूरे भांगर को अपने कब्जे में ले ले. यही कारण है कि मेरे घर के पीछे खेत में बोरी भर बम रखकर मुझे जान से मारने की साजिश की गयी. यह विस्फोटक बयान भांगर के ब्लॉक नेता अराबुल इस्लाम ने रविवार को दिया.
अराबुल इस्लाम ने कहा है कि आइएसएफ के पीछे बड़े-बड़े दिमाग हैं, जो इस तरह की साजिश कर रहे हैं. गौरतलब है कि शनिवार को धर्मतला में आईएसएफ और तृणमूल कार्यकर्ताओं-समर्थकों के बीच झड़प के बाद से दक्षिण 24 परगना का भांगर इलाका अभी भी हिंसा की आग में जल रहा है.
आईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी समेत कुल 43 लोगों को पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किया है. सभी के खिलाफ गैर जमानती धारा लगायी गयी है. इस बीच, रविवार सुबह स्थानीय तृणमूल नेता अराबुल इस्लाम के घर के पास से एक बम बरामद किया गया. पुलिस ने इस मामले में तीन आईएसएफ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है.
उनमें से एक की पत्नी ने कहा है कि तृणमूल नेता खुद बम रखकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. वे लोग गरीब हैं. किसी तरह उनका घर चलता है. उसके पति को गिरफ्तार सिर्फ इसलिए किया गया है, क्योंकि वो आइएसएफ करता है. जानकारी के अनुसार, इलाके में शुक्रवार की रात फायरिंग को लेकर बवाल शुरू हुआ.
आईएसएफ का शनिवार को धर्मतला में कार्यक्रम था. आरोप है कि तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उस समय आइएसएफ के कार्यकर्ताओं और समर्थकों पर हमला किया था. आईएसएफ ने विरोध में धर्मतला में सड़क को जाम कर दिया. व्यस्त रास्ते से जब जाम हटाने के लिए पुलिस गयी, तभी पुलिस की आईएसएफ कर्मियों-समर्थकों से झड़प हो गयी.
इस झड़प में बऊबाजार थाने के ओसी व एडीशनल ओसी घायल हो गये. उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डॉक्टरों ने कहा है कि घायल पुलिस अधिकारियों की स्थिति अब पहले से बेहतर है. उनकी हालत में सुधार हो रहा है. बहरहाल, इस मामले के बाद बंगाल में राजनीति गरमाने की उम्मीद बढ़ गयी है.