कलकत्ता हाईकोर्ट के न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय ने राज्य के कानून मंत्री मलय घटक को बुधवार शाम पांच बजे तक तलब किया . शाम करीब साढ़े चार बजे जज के यह आदेश देने के 25 मिनट के भीतर ही कानून मंत्री मलय घटक हाईकोर्ट पहुंच गये. जज के सामने पेश हुए, उनके सवालों के जवाब दिये और दस मिनट के अंदर फिर बाहर चले गये.अलीपुर विशेष सीबीआई अदालत के न्यायाधीश अर्पण चट्टोपाध्याय के स्थानांतरण पर निर्णय नहीं लिया जा सका क्योंकि कागजात कानून मंत्री के पास थे. न्यायिक सचिव से यह सुनने के बाद न्यायाधीश ने मलय घटक को तलब किया.
मलय को देखकर जस्टिस गंगोपाध्याय ने कहा, आप कोर्ट में आए हैं. मैं बहुत खुश हूं. मलय ने कहा कि वह अस्पताल में थे. चार दिन पहले उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी. डॉक्टर ने उन्हें 15 दिन आराम करने को कहा है. इसके बाद मलय ने जज चटर्जी की ट्रांसफर फाइल का जिक्र करते हुए कहा, मैं जल्द से जल्द फाइल को क्लियर कर रहा हूं. मलय ने जज को यह भी बताया कि वह शुक्रवार को आसनसोल जा रहे हैं. उसके बाद दिल्ली चले जायेंगे. इस समय थोड़ा व्यस्त हूं. लेकिन वह जल्द ही फाइल जारी करेंगे. इसके बाद मलय घटक से जज ने कहा इसे किसी दूसरे तरीके से मत लीजिए. बुरा मत मानना.मैं बहुत खुश हूं कि आप कोर्ट आए हैं.
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बुधवार को जज ने अलीपुर स्थित विशेष सीबीआई कोर्ट के जज अर्पण चट्टोपाध्याय का 4 अक्टूबर तक ट्रांसफर करने का आदेश दिया. कानून मंत्री की व्यस्तता सुनकर जज ने अपना पिछला आदेश भी बदल दिया. उन्होंने कहा कि तबादला का आदेश 4 अक्टूबर की बजाय 6 अक्टूबर तक लागू किया जाए. जज की टिप्पणी, मैंने 4 अक्टूबर को कहा था. मैं दो दिन का समय और दे रहा हूं. इसे 6 अक्टूबर तक करें.
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