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West Bengal: शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में तापस मंडल एवं नीलाद्रि घोष को सीबीआई ने किया अरेस्ट

हुगली के तृणमूल युवा नेता कुंतल घोष ने मीडिया के सामने कई बार कहा था कि तापस मंडल उससे 50 लाख रुपये मांग रहे थे. उन्होंने नहीं दिया, इसलिए फंसा दिया गया है. तापस के पास इस धांधली में मोटी रकम पहुंची था. इधर, तापस अपनी भूमिका स्पष्ट नहीं की, बल्कि कहा कि उन्होंने कुंतल को 19.30 करोड़ रुपये दिये थे.

कोलकाता, विकास कुमार गुप्ता. स्कूल सर्विस कमीशन (एसएससी) के जरिये शिक्षकों की भर्ती में हुए घोटाले की जांच कर रही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने तापस मंडल को गिरफ्तार कर लिया है. तापस मंडल मध्य शिक्षा पर्षद के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य के करीबी हैं. तापस को सीबीआई ने रविवार को गिरफ्तार किया. उनके साथ नीलाद्रि घोष नामक एक एजेंट को भी केंद्रीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया है. दोनों को सोमवार को अलीपुर कोर्ट में पेश किया जायेगा. इसी मामले में सीबीआई हुगली जिले के तृणमूल कांग्रेस के युवा नेता कुंतल घोष को भी हिरासत में लेकर पूछताछ करना चाहती है. सीबीआई के आवेदन पर कोर्ट में सोमवार को सुनवाई होगी.

  • रविवार को घंटों पूछताछ के बाद बयान में असंगति मिलने पर उसे गिरफ्तार करने का लिया गया फैसला

  • सीबीआइ का आरोप, दूसरों पर आरोप मढ़ रहे थे तापस, अपनी बात आने पर भ्रमित करनेवाला दे रहे थे जवाब

  • सोमवार को तापस को अदालत में पेश करेगी सीबीआइ, इसी दिन कुंतल को भी हिफाजत में लेने की है सुनवाई

दूसरे पर आरोप मढ़ रहे थे तापस

सीबीआई सूत्रों का कहना है कि रुपये लेकर नौकरी दिलाने के मामले में पूछताछ के लिए तापस मंडल एवं नीलाद्रि घोष समेत 10 बिचौलियों को रविवार सुबह निजाम पैलेस में बुलाया गया था. सभी तय समय पर पहुंच गये. तापस मंडल समेत अन्य एजेंटों से पूछताछ शुरू की गयी. तापस ने पूछताछ के दौरान सारे आरोप दूसरों पर मढ़ने की कोशिश की. रुपये के लेन-देन से जुड़े सभी आरोपों में वह अपनी भूमिका स्पष्ट नहीं कर रहे थे.

अपनी भूमिका के बारे में कुछ नहीं बता रहे थे तापस मंडल

इसके बदले तापस मंडल यह बता रहे थे कि अन्य लोगों ने कितने-कितने रुपये लिये. इस घोटाला में अन्य आरोपियों की क्या भूमिका थी. कौन-कौन से एजेंट इसमें शामिल हैं. वह अन्य लोगों के बारे में सारी जानकारी दे रहे थे, लेकिन अन्य लोगों की ओर से उन पर लगाये गये आरोपों का कोई सही जवाब नहीं दे रहे थे. जांच अधिकारियों को अपने जवाब से लगातार भ्रमित कर रहे थे. रविवार को घंटों पूछताछ करने के बाद अंत में तापस एवं नीलाद्रि घोष को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया.

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शुक्रवार को ही छह एजेंटों को सीबीआई ने किया था अरेस्ट

शिक्षक भर्ती घोटाले में अदालत से फटकार खाने के बाद सीबीआई ने शुक्रवार को एक दिन में ही 6 बिचौलियों को इस मामले में गिरफ्तार किया था. इन बिचौलियों के नाम चंदन मंडल उर्फ रंजन, सुब्रत सामंत रॉय, कौशिक घोष, शाहिद इमाम, शेख अली इमाम और अब्दुल खालेक हैं. इन सभी से पूछताछ में भी तापस मंडल, नीलाद्रि घोष एवं अन्य कुछ एजेंटों के नाम सामने आये थे. इसके बाद रविवार को सीबीआई की टीम ने तापस मंडल एवं नीलाद्रि घोष को गिरफ्तार कर लिया.

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कुंतल ने तापस पर लगाया था 50 लाख रुपये मांगने का आरोप

गौरतलब है कि इसके पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में रहने के दौरान हुगली जिला के तृणमूल युवा नेता कुंतल घोष ने मीडिया के सामने कई बार कहा था कि तापस मंडल उससे 50 लाख रुपये मांग रहे थे. उन्होंने नहीं दिया, इसलिए फंसा दिया गया है. तापस के पास इस धांधली में मोटी रकम पहुंची था. इधर, तापस अपनी भूमिका स्पष्ट नहीं की, बल्कि कहा कि उन्होंने कुंतल को 19.30 करोड़ रुपये दिये थे. तापस ने सीबीआई अधिकारियों के सवालों का उचित जवाब नहीं दिया. आखिरकार जांच एजेंसी ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

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