बीरभूम/पानागढ़ : बीरभूम जिले के रामपुरहाट हिंसा मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की फॉरेंसिक टीम शुक्रवार को एक नंबर ब्लॉक के बोगतुई गांव पहुंच गई है. शुक्रवार की सुबह करीब 10.30 बजे कलकत्ता हाईकोर्ट ने रामपुरहाट हिंसा मामले में सीबीआई जांच कराने का आदेश दिया है. हालांकि, रामपुरहाट हिंसा मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी सख्त रुख अख्तियार करते हुए राज्य के पुलिस को 10 दिन का अल्टीमेटम देते हुए अपराधियों के खिलाफ तेज कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कलकत्ता हाईकोर्ट ने शुक्रवार की सुबह करीब 10.30 बजे बीरभूम जिले के रामपुरहाट थाना के बोगतुई गांव हुई हिंसा की सीबीआई जांच कराने का आदेश दिया है. हाईकोर्ट के आदेश के बाद शुक्रवार सुबह ही सीबीआई की फॉरेंसिक टीम रामपुरहाट के एक नंबर ब्लॉक स्थित बोगतुई गांव पहुंच गई है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सीबीआई सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के 9 सदस्य बोगतुई गांव पहुंच गए हैं. इस टीम के साथ बर्दवान अदालत के जज शोभन मुखर्जी भी हिंसाग्रस्त गांव पहुंचे हैं.
पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, सोमवार की रात बोगतुई गांव में कई घरों में आग लगा दी गई थी, जिसमें आठ लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मंगलवार को हिंसा की यह घटना सामने आने के बाद इस दिन ही सीबीआई की एक टीम ने आग में जले घरों से वे लोग नमूने एकत्र किये थे, लेकिन आज हाईकोर्ट के आदेश मिलने के चंद घंटों के भीतर ही सीबीआई की फोरेंसिक टीम दोबारा बोगतुई गांव पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है.
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बता दें कि कलकत्ता हाईकोर्ट ने शुक्रवार की सुबह करीब 10.30 बजे सीबीआई को रामपुरहाट हिंसा मामले की जांच करने का आदेश दिया है. इसके साथ ही, हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने सीबीआई को 7 अप्रैल तक जांच की प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि सीबीआई न केवल मामले की जांच करेगी, बल्कि दोषियों को भी गिरफ्तार करेगी.