बीरभूम : पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बागतुई गांव हिंसा मामले टीएमसी नेता भादू शेख की तीन डायरी सीबीआई के हाथ लग गई है. इसके बाद से बीरभूम जिले के कई नेताओं और अधिकारियों के पसीने छूटने लगे हैं. सूत्र बताते हैं कि सीबीआई के हाथ में टीएमसी नेता भादू शेख की जो तीन डायरियां आई हैं, उसमें अवैध कारोबार और रुपये के लेनदेन का मामला दर्ज है. सूत्र यह भी बताते हैं कि इस डायरी में भादू शेख ने कई नेताओं और अधिकारियों के नाम भी लिख रखे हैं. बताया यह भी जा रहा है कि इन तीनों डायरियों के जरिए सीबीआई उन सफेदपोशों और अफसरशाहों को तलाश रही है, जो भादू शेख को संरक्षण दिया करते थे.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 21 मार्च की शाम बागतुई गांव के चौक पर मारे गए टीएमसी नेता भादू शेख के घर से बरामद तीन डायरियों को सीबीआई बीरभूम हिंसा मामले में एक महत्वपूर्ण दस्तावेज मान रही है. सूत्र बताते हैं कि इन तीनों डायरी से भादू शेख की हत्या तथा इससे जुड़े लोगों के अवैध काले कारोबार का सीबीआई जल्द ही खुलासा करेगी. सीबीआई इस विषय को लेकर गंभीरता से जांच पड़ताल कर रही है.
इससे पहले ही भादू शेख की हत्या का सीसीटीवी फुटेज मीडिया में आया था. इससे हत्या का सच सीबीआई के समक्ष आया, लेकिन इस हत्या के पीछे कौन कौन लोग है क्या कारण है यह सब कुछ इस डायरी से सीबीआई को मिलने की संभावना है. सीबीआई की टीम ने भादू शेख की हत्या की जांच के लिए रविवार रात तीन घंटे तक उसके घर की तलाशी ली थी. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक भादू शेख के घर के गोदाम से तीन डायरियां मिली. दो बड़ी डायरी और एक पॉकेट डायरी है. हरे, काले और भूरे इन तीनों की इन डायरियों में भादू शेख का सारा पैसा लिखा हुआ है.
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक डायरी में कई राजनीतिक नेताओं और अधिकारियों के नाम लिखे हैं. सीबीआई सूत्रों का दावा है कि भादू के कई साथियों के नाम भी डायरी में दर्ज हैं .जांचकर्ताओं का मानना है कि डायरी से इस बात का सुराग मिल सकता है कि क्या भादू का हाल ही में किसी के साथ बड़ा लेन-देन हुआ था या भादू की हत्या के पीछे कोई आर्थिक विवाद था या नहीं. सीबीआई की टीम इन सवालों को लेकर जांच पड़ताल और तेज कर दिया है.
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सीबीआई ने भादू शेख की डायरी से 17 लोगों के नाम चिह्नित किये है. इस बाबत सीबीआई ने डायरी जांच के लिए एक और टीम का गठन किया है, जो इन तीनों डायरी के सच को खंगालेगी. एक बड़ा सवाल है कि इन तीनों डायरी से सीबीआई को और कितने महत्वपूर्ण तथ्य मिल सकते हैं. इन तीनों डायरी के सच का क्या पर्दाफाश होगा? इस अवैध कारोबार और काले धंधे में शामिल लोगों के नाम सामने आएंगे या यह डायरी भी महज कागज का टुकड़ा बनकर रह जाएगी?
रिपोर्ट : मुकेश तिवारी