कोलकाता : कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज में टोसिलीजुमाब दवा इस्तेमाल में लायी जा रही है. अब तक विदेशी कंपनियां ही यह दवा बना रही थी. लेकिन, कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अब देश में भी यह दवा तैयार की जा रही है. इस दवा का जल्द कोलकाता में क्लिनिकल ट्रायल शुरू होगा.
महानगर स्थित पीयरलेस अस्पताल में 300 से अधिक मरीजों पर इसका परीक्षण किया जायेगा. टोसिलीजुमाब प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवा है. आमतौर पर गठिया के इलाज में इसका इस्तेमाल होता है. लेकिन, कई कोरोना मरीजों पर भी इस दवा का अच्छा असर देखा गया है.
इसलिए संक्रमित लोगों के इलाज में इसका भी इस्तेमाल किया जा रहा है. फिलहाल इस दवा की एक डोज की कीमत लगभग 30 हजार रुपये है. हालांकि, देश में इसके बनने से इसकी कीमत कम हो सकती है.
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राज्य में और 80 हजार कोवैक्सीन की खेप पहुंच गयी है. वैक्सीन शुक्रवार सुबह 8:45 बजे हैदराबाद से एयर इंडिया की फ्लाइट से कोलकाता पहुंची. इसे एयरपोर्ट से बागबाजार स्टोर ले जाया गया. केंद्र से भेजी गयी इस वैक्सीन का इस्तेमाल प्राथमिक तौर पर उन लोगों के लिए किया जायेगा, जिन्हें इसी वैक्सीन की पहली खेप लग चुकी है.
दुनिया की पहली रूसी निर्मित कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक वी भी कोलकाता आ चुकी है. शुक्रवार से इसे शहर के एक निजी अस्पताल में दिया जायेगा. सोमवार से स्पुतनिक वी की डोज भी लगने लगेगी. कोविशील्ड और कोवैक्सीन के बाद राज्य में पहुंचने वाली यह तीसरी कोरोना वैक्सीन है. अगले दो दिन में कुछ चुनिंदा लोगों को वैक्सीन दी जायेगी.
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Posted By: Mithilesh Jha