बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और वाममोर्चा नंदीग्राम सीट से कैंडिडेट नहीं उतारने परह विचार कर रही है. बताया जा रहा है कि दोनों दल सीएम ममता बनर्जी के बंगाल चुनाव लड़ने की स्थिति में इस सीट से कैंडिडेट नहीं उतारेगी. वहीं अभी तक दोनों दलों ने इस पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. बता दें कि नंदीग्राम (Nandigram) सीट से ममता बनर्जी चुनाव लड़ने की बात पहले ही कह चुकी हैं.
रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस और वाममोर्चा का गठबंधन नंदीग्राम की सीट को इंडियन सेकुलर फ्रंट की झोली में डाल सकती है. दोनों पार्टी इस सीट से कैंडिडेट उतारना नहीं चाह रही है. बताया जा रहा है कि ममता बनर्जी के चुनाव लड़ने की एलान के बाद कांग्रेस और वाममोर्चा इस सीट पर उम्मीदवार उतारने से बच रही है.
मुस्लिम बहुल इलाका- बता दें कि नंदीग्राम सीट पश्चिम बंगाल की मुस्लिम बहुल इलाका माना जाता है. 2011 की जनगणना की मानें तो नंदीग्राम की कुल आबादी 2 लाख से अधिक है, जिसमें 34 फीसदी आबादी मुस्लिम है. वहीं 18 फीसदी आबादी एससी और करीब एक फीसदी आबादी एसटी की है.
सीट शेयरिंग पर पीरजादा ने उठाया सवाल- वहीं सीट शेयरिंग में हो रही देरी को लेकर फुरफुरा शरीफ अए पीरजादा अब्बास (pirzada abbas) ने सवाल उठाया है. पीरजादा अब्बास ने कहा कि सीट शेयरिंग में देरी हो रही है, यह नहीं होनी चाहिए. लेकिन हमें उम्मीद है कि जल्द ही सबकुछ सुलझ जाएगा. उन्होंने साथ ही कहा है कि अगर जल्द से जल्द यह मामला नहीं सुलझा तो हम प्लान बी पर काम करना शुरू कर सकते हैं.
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