कोलकाता: पेगासस स्पाईवेयर (Pegasus Spyware) के जरिये विपक्षी दलों के नेताओं की जासूसी (Pegasus Snoopgate) कराने के मुद्दे पर ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने सख्त रुख अख्तियार कर रखा है. संसद के दोनों सदनों में उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (All India Trinamool Congress) के सांसदों ने विपक्षी दलों के साथ मिलकर हंगामा मचा रखा है, तो बंगाल में ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) ने दो सीनियर रिटायर्ड जजों की अगुवाई में जांच आयोग बना दिया है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ने जांच आयोग का मास्टरकार्ड खेला, तो वामपंथी दलों की अगुवाई करने वाली मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) ने सरकार पर ही हमला बोल दिया. पोलित ब्यूरो के सदस्य और माकपा महासचिव सूर्यकांत मिश्र (CPM General Secretary Surjya Kant Mishra) के बाद बंगाल विधानसभा के नेता रहे सुजन चक्रवर्ती (CPM Leader Sujan Chakraborty) ने कहा कि मुकुल रॉय (Mukul Roy) ने भाजपा (BJP) में रहते हुए ममता बनर्जी (Mamata Banerjee TMC) पर उनका फोन टैप (Phone Tapping) कराने का आरोप लगाया था. ममता को इसका भी जवाब देना चाहिए.
श्री चक्रवर्ती ने सोमवार को कहा कि विरोधी दल के नेताओं का फोन इस्राइल के पेगासस स्पाईवेयर (Israeli Spyware Pegasus) के जरिये टैप कराये जाने का पूरे देश में तीव्र विरोध होना चाहिए. यह अनैतिक है. लोगों की निजता के अधिकार का हनन भी है. इसका राष्ट्रीय स्तर पर विरोध हो रहा है. इसके साथ ही उन्होंने फोन टैपिंग कराने लिए ममता बनर्जी (Mamata Banerjee Phone Tapping) को भी कठघरे में खड़ा किया.
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वरिष्ठ माकपा नेता ने कहा कि ऐसे ही सवाल भारतीय जनता पार्टी में रहते समय मुकुल रॉय ने भी उठाये थे. मुकुल रॉय जो अब तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं, ने कहा था कि ममता बनर्जी की सरकार विरोधी नेताओं के फोन टैप करवाती है. इस मुद्दे पर ममता बनर्जी कुछ नहीं कह रहीं. उन्हें मुकुल के उन ओरोपों का जवाब देना चाहिए, क्योंकि मुकुल ने सिर्फ आरोप नहीं लगाये थे. इस मामले में उन्होंने कोर्ट में याचिका भी दायर की थी.
मुकुल रॉय ने तब कहा था कि ममता बनर्जी की सरकार इस्राइली तकनीक की मदद से उनका और विरोधी दलों के अन्य नेताओं के फोन टैप करवा रही है. श्री चक्रवर्ती ने कहा कि अब ऐसे में सवाल उठता है कि मुकुल रॉय ने उस वक्त जो आरोप लगाये थे, क्या ये वही पेगासस है? इस बारे में मुख्यमंत्री को स्पष्टीकरण देना चाहिए. बंगाल की जनता को इस बारे में जानने का पूरा हक है.
पिछले दिनों माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य ने बीरभूम जिला के सिउड़ी में कहा था कि पेगासस के जरिये किसी की भी जासूसी का उनकी पार्टी विरोध करती है. साथ ही उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी भी अपने विरोधियों की जासूसी करवाती है. हालांकि, वह पेगासस का इस्तेमाल नहीं करती. बंगाल के विरोधी दलों के नेताओं की जासूसी और निगरानी के लिए पुलिस का इस्तेमाल किया जाता है.
Posted By: Mithilesh Jha