औसग्राम (मुकेश तिवारी) : पूर्वी बर्दवान जिले के ऑसग्राम विधानसभा सीट पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) फिर से कब्जा करने की कोशिश में है. वर्ष 1977 से 2011 तक लेफ्ट के कब्जे में यह सीट थी. इस बार त्रिकोणीय मुकाबले की उम्मीद है. इस सीट से भाजपा ने कलिता मांझी को, तृणमूल कांग्रेस ने वर्तमान विधायक अभयानंद थंडर और माकपा ने चंचल मांझी को प्रत्याशी बनाया है.
भाजपा प्रत्याशी कलिता मांझी को बर्दवान जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आकांक्षाओं का प्रतीक कह कर संबोधित किया था. वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी कलिता के समर्थन में जनसभा को संबोधित कर इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी को जिताने का आह्वान कर चुके हैं.
वहीं तृणमूल कांग्रेस के मौजूदा विधायक व प्रत्याशी अभयानंद थंडर ने भी चुनावी प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है. तृणमूल प्रत्याशी सीट को दोबारा पाने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सामने रख कर चुनाव प्रचार कर रहे हैं. 1977 से 2011 तक सात बार इस सीट पर माकपा के विधायक थे. इस बार माकपा ने चंचल मांझी को मैदान में उतारा है.
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ऑसग्राम विधानसभा सीट से 1977-2011 तक माकपा के प्रत्याशी लगातार सात बार जीते. वर्ष 2016 में तृणमूल कांग्रेस ने यहां से जीत दर्ज की. इस बार भाजपा के हेवीवेट नेता इस सीट को पाने के लिए जोर लगा रहे हैं. भाजपा प्रत्याशी कलिता मांझी का राजनीतिक ग्राउंड नहीं रहा है. वह एक परिचारिका के तौर पर कार्यरत थी.
वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर तृणमूल के प्रत्याशी ने अपने प्रतिद्वंद्वी माकपा प्रत्याशी बासुदेव मेटे को 6,252 वोट से पराजित किया था, जबकि 2011 के तृणमूल कांग्रेस के परिवर्तन लहर में भी इस सीट पर माकपा के प्रत्याशी बासुदेव मेटे ने कांग्रेस के प्रत्याशी चंचल कुमार मंडल को 23,096 वोट से पराजित किया था.
Posted By : Mithilesh Jha