कोलकाता : क्रिकेट छोड़कर राजनीति में आये पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस के विधायक लक्ष्मीरतन शुक्ला ने क्रिकेट के लिए राजनीति से किनारा कर लिया. शुक्ला की जगह दूसरे क्रिकेटर मनोज तिवारी राजनीति के मैदान में उतरे हैं और कहा है कि वह यहां लंबी पारी खेलने के इरादे से आये हैं.
हाल ही में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता लेने वाले मनोज तिवारी ने कहा कि वह राजनीति में लंबी पारी खेलना चाहते हैं. उनके क्रिकेट करियर की तरह ही हमेशा उनका इरादा बंगाल को जीत दिलाने का ही रहेगा. एक और क्रिकेटर अशोक डिंडा भाजपा में शामिल हुए हैं.
वर्षों तक अशोक डिंडा के साथ ‘ड्रेसिंग रूम’ शेयर करने वाले मनोज तिवारी ने कहा कि डिंडा के विरोधी दल भाजपा में शामिल होने के बावजूद उनकी दोस्ती बरकरार रहेगी. मनोज तिवारी ने चुटकी लेते हुए कहा कि वह राजनीतिक पिच पर तेज गेंदबाज की गेंदों पर ‘हमेशा रन बनाना चाहेंगे’.
अशोक डिंडा के साथ अपने लगाव पर मनोज तिवारी ने कहा कि डिंडा भाजपा में चले गये हैं, तो इसका यह मतलब नहीं है कि वह अब उनके मित्र नहीं रहेंगे. तिवारी ने कहा, ‘हां, चुनाव खत्म होने तक हम दोस्त नहीं हो सकते. हम भी एक ही परिसर में रहते हैं. जब भी हमें मिलने का मौका मिलता है, तो हम मिलते हैं, लेकिन हम राजनीति पर चर्चा नहीं करना चाहते हैं.’
डिंडा के भाजपा में शामिल होने के फैसले के बारे में पूछे जाने पर 35 वर्षीय तिवारी ने कहा, ‘यह उनका (डिंडा का) फैसला है (भाजपा में शामिल होने के लिए), मैंने सही निर्णय लिया है, और अपने फैसले पर वह (डिंडा) खुद जवाब दे सकते हैं. एक व्यक्ति के रूप में मैं उनकी भलाई की कामना करता हूं.’
खब्बू बल्लेबाज मनोज तिवारी ने चुटकी लेते हुए कहा कि वह हमेशा राजनीतिक पिच पर डिंडा की गेंदों को सीमा रेखा से पार पहुंचाते रहेंगे. राजनीति में उनके आने और चुनाव मैदान में उतरने पर बंगाल क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान ने कहा कि वह राजनीति में ‘एक लंबी पारी खेलना’ चाहते है.
मनोज तिवारी ने कहा, ‘मैं खुद को एक सेलिब्रिटी के रूप में कभी नहीं देखता. मैं कठिन रास्ते पर आया हूं और मैं खुद को लोगों के संघर्षों से जोड़कर रखना चाहता हूं.’ क्रिकेट से राजनीति में आने का कारण पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मुख्य कारण यह है कि वह राज्य के लोगों और अपने निर्वाचन क्षेत्र की सेवा करना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, ‘मुझे ममता (बनर्जी) दीदी का फोन आया और उन्होंने मुझे चुनाव लड़ने के लिए कहा. वर्ष 2019 (आम चुनाव) में भी उन्होंने मुझसे पूछा था, लेकिन उस समय यह नहीं हो सका था. अब निर्णय लेना मेरे लिए आसान था, क्योंकि मैं लोगों के लिए कुछ करना चाहता था और उनकी सेवा करना चाहता था.’
भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि भगवा पार्टी ने आम लोगों से किये गये वादों को पूरा नहीं किया. उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव बंगाल की पहचान के लिए एक लड़ाई है. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के आगामी विधानसभा चुनाव जीतने का विश्वास जताया.
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Posted By : Mithilesh Jha