पानागढ़, मुकेश तिवारी : पश्चिम बर्दवान जिले के पानागढ़ इंडस्ट्रियल बेल्ट में मौजूद एक टाइल्स कारखाने के मुख्य गेट के समक्ष सोमवार को दिशम आदिवासी गांवता समुदाय द्वारा स्थानीय आदिवासी युवकों को कारखाने में नौकरी देने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया. इस बीच कारखाने के अधिकारियों को कारखाने में प्रवेश करने से रोक दिया गया परिस्थिति तनावपूर्ण होने पर मौके वारदात पर पुलिस पहुंचकर परिस्थिति को नियंत्रित करने में जुट गई .
स्थानीय आदिवासी समुदाय के लोगों की मांग थी कि उक्त कल कारखानों के लिए लगी भूमि पर वे लोग काम करते थे और कल कारखानों के विकास के लिए उन्होंने अपनी भूमि सरकार को दी है .लेकिन अस्थाई आदिवासियों को नौकरी देने का जो सरकार का वादा था उसे पूरा नहीं किया जा रहा है. कारखाना तैयार होने के बाद इन आदिवासी युवकों को नौकरी इन कारखानों में नहीं दी जा रही है बल्कि बाहर से नौकरी हेतु युवकों को लाया जा रहा है. आज इस घटना के ही प्रतिवाद में स्थानीय आदिवासियों ने कारखाना गेट के समक्ष विरोध प्रदर्शन जताया और स्थानीय आदिवासी युवकों को नौकरी देने की मांग की.
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स्थानीय आदिवासी युवकों का कहना है की वे सभी स्थानीय निवासी हैं. वे फैक्ट्री शुरू होने से पहले से ही फैक्ट्री में काम करते आ रहे थे. जैसे ही फैक्ट्री का निर्माण पूरा हुआ और उत्पादन शुरू हुआ उन्हे फैक्ट्री अधिकारी एक-एक करके छंटनी शुरू कर दिए हैं. आदिवासियों की मांग है कि वह स्थानीय निवासी है और उक्त भूमि उन्होंने कल कारखानों के लिए दी है .ऐसे में उन्हें वंचित नहीं किया जा सकता. यदि उन्हें काम से वंचित किया जाएगा तो वह लोग उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.फैक्ट्री गेट के सामने तनाव की खबर पाकर कांकसा थाने की पुलिस मौके पर पहुंच कर परिस्थिति को नियंत्रित की है. स्थानीय आदिवासी समुदाय के युवकों का समर्थन करते हुए इस दिन दिशम आदिवासी गांवता के सदस्य आंदोलन में शामिल हुए.
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