कोलकाता: पश्चिम बंगाल में अभी तक यश चक्रवात ने दस्तक नहीं दी है. सुपर साइक्लोन अम्फान से भी भयावह बताये जा रहे इस चक्रवात के आने से पहले ही बंगाल के कई जिलों में तबाही मच गयी. कम से कम 2 लोगों की मौत हो गयी. एक दर्जन से अधिक घायल हुए और करीब 100 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं. ये सब हुआ है मंगलवार को आये बवंडर (Tornado) के चलते. तस्वीरों और वीडियो में देखें यश चक्रवात के खतरे का संकेत.
उत्तर 24 परगना जिला के हालीशहर में मंगलवार को आये बवंडर ने काफी तबाही मचायी. पेड़ टूटकर गिर गये. छोटे-मोटे पेड़ उखड़ गये. कई जगहों पर लोग बाल-बाल बचे, तो कुछ जगहों पर मवेशियों की जान बच गयी. प्रशासन ने तेजी से राहत कार्य शुरू कर दिया और लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया.
यश चक्रवात से पहले आये बवंडर की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी गरीबों को हुई है. झोपड़ियों में रहने वाले लोगों पर विपत्तियों का पहाड़ टूट पड़ा है. उनके सिर से छत तो छिन ही गया है, घरों में रखे सामान भी बर्बाद हो गये हैं. किसी तरह लोगों की जान बच गयी, वे ईश्वर का शुक्रिया अदा कर रहे हैं.
शहरी और ग्रामीण इलाकों में काफी संख्या में ऐसे लोग हैं, जिन्होंने वर्षा और धूप से बचने के लिए छत पर प्लास्टिक टांग रखी है. ऐसे लोगों के घरों से छत उड़ गये. वर्षा में उनके सामान भींग गये और किसी तरह से उन्होंने रात गुजारी.
घरों को नुकसान के अलावा बिजली के तार और पोल भी टूटकर गिर गये. बवंडर के दौरान बंगाल में दो लोगों की मौत हो गयी. दोनों की मौत करंट लगने से हुई. बवंडर के बाद प्रशासन को सूचना दी गयी. इसके बाद तारों और पोल को ठीक करने का काम शुरू कर दिया गया.
उत्तर 24 परगना के हालीशहर में कई पेड़ उखड़कर मकान पर गिर गये. हालांकि, इससे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ. लेकिन, आंशिक क्षति हुई. लोगों ने मुआवजे की मांग की है.
शक्तिशाली बवंडर की वजह से चहारदीवारियों को भी नुकसान पहुंचा है. सोशल मीडिया में इसकी तस्वीरें आयी हैं, जिसमें दिख रहा है कि कुछ मकानों की चहारदीवारी की ईंटें इधर-उधर बिखरी हुई हैं.
बवंडर आया, तो टीन की छतें तिनके की तरह उड़ने लगीं. ऐसे मकानों के आसपास के लोग सुरक्षित जगहों की तलाश में जुट गये. लोगों ने देखा कि टीन की छतें पतंग की तरह हवा में लहरा रही हैं.
बंगाल के शहरी और ग्रामीण इलाकों में काफी संख्या में लोगों ने टाली और प्लास्टिक से मकान बनाये हैं. ऐसे लोगों को काफी नुकसान पहुंचा है. उनके घरों की टालियां टूट गयीं. प्लास्टिक फट गयी या उड़ गयी. यश चक्रवात के आने से पहले बवंडर ने ही लोगों को डरा दिया है.
उत्तर 24 परगना जिला के हालीशहर में बवंडर ने कहर बरपाया. अचानक हल्की बारिश के बीच हवा के तेज झोंके में देखते ही देखते 40 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गये. इस घटना में एक व्यक्ति के घायल होने की खबर है. क्षतिग्रस्त मकान के लोगों को हाजीनगर के आदर्श हिंदी विद्यालय में शिफ्ट कर दिया गया.
बिजली का खंभा एक टोटो (ई रिक्शा) पर गिर गया, जिससे टोटो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया. स्थानीय लोगों का कहना है कि हवा का ऐसा बवंडर उठा था, जो लोगों ने पहले नहीं देखा था. सभी डर गये थे.
एमसी मित्रा रोड, बसंतोबुड़ी तला रोड, बड़तला में बवंडर ने तबाही मचायी. देखते ही देखते इलाके के कई मकान क्षतिग्रस्त हो गये. बिजली के तीन खंभे गिर गये. छह बड़े पेड़ गिर गये. किसी घर के छज्जे के टीन उड़कर पेड़ पर चले गये, तो कुछ टीन बिजली के तार पर उड़कर चली गयी.
Posted By: Mithilesh Jha