West Bengal SSC recruitment scam : एसएससी मामले में ईडी ने पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के खिलाफ आज कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया है. गौरतलब है कि पार्थ चटर्जी (Parth Chatterjee) और कल्याणमय गांगुली ( Kalyanmoy Ganguly) को 21 सितबंर तक सीबीआई हिरासत में रखा गया है. जांच एजेंसी ने अर्पिता मुखर्जी के टालीगंज स्थित आवास पर छापा मारा था और उनके फ्लैट से 52 करोड़ रुपये नकद एवं सोना-चांदी बरामद किये थे. इस मामले में अर्पिता की भी गिरफ्तार हुई थी. ईडी द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि दोनों से 103 करोड़ की संपत्ति जब्त की गयी है.
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ईडी ने दावा किया है कि पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के पास से बड़ी मात्रा में नकद और संपत्तियां बरामद की गयी हैं. उनके नाम पर संयुक्त संपत्तियां और फर्जी कंपनियां थीं. केंद्रीय जांच एजेंसी की हिरासत में रहते हुए पार्थ चटर्जी को मेडिकल जांच के लिए जाते समय कई बार मीडिया से बात करते हुए देखा गया. उन्होंने दावा किया, मैं एक साजिश का शिकार हूं. उन्होंने दावा किया कि बरामद पैसा उनका नहीं है. अर्पिता ने भी दावा किया कि यह पैसा उनका नहीं है. उनलोगों ने बार-बार दावा किया कि वे पैसे उनके नहीं थे. ईडी के अधिकारियों का दावा है कि जब्त पैसों का इस्तेमाल हवाला कारोबार के लिए किया जाता था.
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पार्थ चटर्जी फिलहाल सीबीआई की हिरासत में हैं. इससे पहले राज्य के पूर्व मंत्री प्रेसीडेंसी जेल में कैद थे. अर्पिता मुखर्जी अलीपुर केंद्रीय महिला जेल में हैं. पार्थ चटर्जी ने रोते हुए अलीपुर कोर्ट में कहा था, “मैंने सब कुछ सुना हूं. इस मामले में मेरी क्या भूमिका है? मैं एक मंत्री था. एसएससी, प्राइमरी बोर्ड खुद काम करता था. उन्होंने सभी को काम पर रखा. मेरी कोई भूमिका नहीं है.पार्थ के वकील ने दावा किया कि पार्थ कहीं नहीं जाएंगे. जांच में सहयोग करेंगे. वकील ने कहा था कि अगर उन्हें जमानत मिल भी जाती है तो जांच में कोई दिक्कत नहीं होगी. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि पार्थ मामले में आगे कई दिलचस्प मोड़ आ सकते है.