बीरभूम, मुकेश तिवारी: गौ तस्करी के मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तारी के बाद दिल्ली गए बीरभूम तृणमूल नेता अनुब्रत मंडल ईडी की हिरासत में है. उनकी ईडी की हिरासत आज यानी मंगलवार को खत्म हो गई. मंगलवार को अनुब्रत मंडल को दोबारा दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया जाएगा. हालांकि, खबर है कि इस दिन उनकी जमानत के लिए अर्जी नहीं दी जाएगी. ईडी उन्हें न्यायिक हिरासत में रखने के लिए आवेदन कर सकती है. ऐसे में माना जा रहा है कि उन्हें तिहाड़ जेल भेज दिया जाएगा.
इस बीच, ईडी की हिरासत में अनुब्रत मंडल सोमवार को थोड़ा अस्वस्थ महसूस कर रहे थे. उनके वकील ने कहा कि उन्हें खांसी है और वह बिना ऑक्सीजन के नहीं रह सकते. अनुब्रत मंडल को पहले एक ही आवेदन के साथ दो अदालतों में मामला दायर करके फटकार का सामना करना पड़ा था. दरअसल, अनुब्रत मंडल को दिल्ली ले जाने के लिए कलकत्ता और दिल्ली के उच्च न्यायालयों में ईडी के खिलाफ मामला दायर किया गया था. दिल्ली उच्च न्यायालय (दिल्ली एचसी) ने सवाल उठाया कि जिस मामले की सुनवाई कलकत्ता उच्च न्यायालय (कलकत्ता एचसी) कर रहा है, उसी संबंध में किसी अन्य अदालत से अपील क्यों? जिसके कारण तृणमूल नेता पर जुर्माना भी लगाया गया था. उस घटना से देखते हुए मंगलवार को उनकी जमानत अर्जी की घोषणा नहीं की जाएगी क्योंकि, दिल्ली हाईकोर्ट में जमानत याचिका मामले की सुनवाई 23 मार्च को है.
ईडी सूत्रों के मुताबिक, ईडी अनुब्रत को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश करना चाहती है और न्यायिक हिरासत के लिए आवेदन करना चाहती है. अगर उनका आवेदन मंजूर हो जाता है तो तिहाड़ जेल बीरभूम के टीएमसी अध्यक्ष अनुब्रत मंडल का नया पता होगा. फिलहाल, बॉडीगार्ड सहगल हुसैन और बीएसएफ कमांडर सतीश कुमार गौ तस्करी के मामले में गिरफ्तार होने के बाद तिहाड़ जेल में हैं. उनके साथ अब अनुब्रत मंडल भी रखे जा सकते है.
अनुब्रत की बेटी सुकन्या मंडल और उनके कई करीबी लोगों को एक साथ बुधवार को दिल्ली के ईडी कार्यालय में तलब किया गया. यदि इस बार भी सुकन्या मंडल ईडी कार्यालय नहीं पहुंचती हैं तो इसके बाद ईडी सुकन्या के खिलाफ अदालत से वारंट जारी करवा सकती है. इसके बाद सुकन्या की भी मुश्किल बढ़ सकती है.