पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के आठवें चरण के मतदान से पहले ममता बनर्जी सरकार में मंत्री फिरहाद हकीम को चुनाव आयोग ने नोटिस भेजा है. आयोग ने हकीम से 24 घंटे में नोटिस का जवाब देने को कहा है. फिरहाद हकीम टीएमसी के कद्दावर नेता माने जाते हैं. फिरहाद हकीम को आयोग ने बीजेपी कार्यकर्ताओं और सीआईएसएफ के खिलाफ बयान देने पर नोटिस जारी किया है.
निर्वाचन आयोग ने नोटिस जारी करते हुए फिरहाद हकीम के एक रोडशो का जिक्र किया है. आयोग ने पूछा है कि उन्होंने अपने स्पीच में रेलवे, सीआईएसएफ और विपक्षी पार्टीयों के खिलाफ कार्यकर्ताओं को उकसाया? इस वजह से उनपर आदर्श आचार संहिता के तहत कार्रवाई क्यों न हो?
बीजेपी ने की थी शिकायत– बता दें कि बीजेपी ने मंत्री फिरहाद हकीम के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी. पार्टी ने अपने शिकायत में कहा कि फिरहाद हकीम बीजेपी के खिलाफ कार्यकर्ताओं को उकसा रहे हैं. वहीं एक अन्य शिकायत में सीआईएसएफ और रेलवे पुलिस के खिलाफ कथित भड़काऊ टिपप्णी का भी जिक्र किया गया है.
कोलकाता पोर्ट से है कैंडिडेट- फिरहाद हकीम की गिनती तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में होती है. वे ममता बनर्जी की सरकार में शहरी विकास मंत्री हैं. इससे पहले उन्हें कोलकाता नगर निगम के प्रशासक पद का भी जिम्मा दिया गया था.
बयानों से सुर्खियों में रहते हैं फिरहाद- बता दें कि फिरहाद हकीम अक्सर अपने बयानों से सुर्खियों में रहते हैं. बीते दिनों उनका एक कथित ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे ‘मिनी पाकिस्तान’ की बात कर रहे थे. इतना ही नहीं, बीरभूम के एक कैंडिडेट का टिकट कटा तो, उन्होंने इसके लिए सरेआम पार्टी नेता अणुब्रत मंडल को जिम्मेदार ठहरा दिया.
Posted By: Avinish Kumar Mishra