कोलकाता: पुलिस ने खुद को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) में कार्यरत आइपीएस अधिकारी बताकर पार्क स्ट्रीट इलाके में रहने वाले एक व्यक्ति से दो लाख रुपये मांगने के आरोप में एक जालसाज को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी की पहचान राजश्री भट्टाचार्य उर्फ बाबाई (45) के रूप में हुई है.
फर्जी आइपीएस अधिकारी के साथ उसकी गाड़ी के ड्राइवर मोहम्मद सिकंदर (38) एवं सुरक्षा गार्ड अभिजीत दास उर्फ संतू (43) को भी गिरफ्तार किया गया है. राजश्री को उत्तर 24 परगना के बेलघरिया से एवं मोहम्मद सिकंदर को महानगर के रफी अहमद किदवई रोड तथा अभिजीत को हावड़ा के जगाछा से गिरफ्तार किया गया. मंगलवार को आरोपियों को बैंकशाल कोर्ट में पेश किया गया. अदालत ने तीनों को पुलिस हिरासत में भेजने का निर्देश दिया है.
कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने बताया कि जाकिर हुसैन नाम के एक व्यक्ति ने 26 जुलाई को पार्क स्ट्रीट थाने में शिकायत दर्ज करायी थी. जाकिर हुसैन ने अपनी शिकायत में बताया कि खुद को एनआइए का आइपीएस अधिकारी बताकर एक व्यक्ति उससे दो लाख रुपये की मांग कर रहा है. रुपये न देने पर उसे झूठे मामलों में फंसाकर गिरफ्तार करने की धमकी मिल रही है. जल्द से जल्द उसे यह रुपये देने को कहा जा रहा है.
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इस शिकायत के आधार पर मामले को गंभीरता से लेकर कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार के एंटी राउडी स्क्वाड (एआरएस) ने जांच शुरू कर बेलघरिया में राजश्री के घर पर दबिश दी और आइपीएस से जुड़े पहचान पत्र और उसकी पोस्टिंग से जुड़े कागजात को देखना चाहा. आरोपी इस तरह का कोई भी कागजात नहीं दिखा सका. इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. उसके बाद उसके दो सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया गया.
जिस नीली बत्ती लगी गाड़ी में वह पुलिस की वर्दी में बाहर निकलता था, उसे भी जब्त कर लिया गया है. जब्त किये गये वाहन में नीली बत्ती के साथ आइपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) के अधिकारियों द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले झंडे जैसा प्रतीत होने वाला एक फर्जी झंडा भी लगा था. आरोपी ने इस तरह से कितने लोगों को धमकाकर रुपये वसूले हैं, इस बारे में उससे पूछताछ की जा रही है.
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Posted By: Mithilesh Jha