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होम गार्ड में नौकरी दिलाने के नाम पर 35 लाख की ठगी, फर्जी डीएसपी समेत 4 गिरफ्तार

कोलकाता पुलिस की टीम ने कोलकाता और मेदिनीपुर से फर्जी डीएसपी मसूद राना और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया है.

कोलकाता (विकास गुप्ता): फर्जी अधिकारियों की पश्चिम बंगाल में बाढ़-सी आ गयी है. फर्जी आईएएस ऑफिसर, फर्जी विजिलेंस ऑफिसर, सीबीआई का फर्जी वकील और अब बंगाल पुलिस का फर्जी डीएसपी. कोलकाता पुलिस की टीम ने कोलकाता और मेदिनीपुर से इस फर्जी डीएसपी और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया है.

इनके पास से 1.85 लाख रुपये नकद, मसूद राना के नाम से जारी डीएसपी का फर्जी पहचान पत्र, होम गार्ड में नियुक्ति से संबंधित फर्जी नियुक्ति पत्र, खाकी बेरेट कैप और बेल्ट इत्यादि बरामद हुए हैं. कोलकाता पुलिस के डिटेक्टिव डिपार्टमेंट की एआरएस को इस मामले की जांच की जिम्मेवारी सौंपी जायेगी.

फर्जी डीएसपी का नाम मसूद राणा (24) है. मुर्शिदाबाद के रानीतला थाना क्षेत्र के कोलांग राधाकांतपुर स्थित सोनाडांगा के मिन्हाजुद्दीन का पुत्र मसूद खुद को पश्चिम बंगाल पुलिस में डिप्टी एसपी बताता था. वह लोगों से पश्चिम बंगाल पुलिस में होम गार्ड की नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये ऐंठता था.

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इस शातिर ठग ने 5 लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे 35 लाख रुपये लिये. बदले में खाकी वर्दी, होम गार्ड की टोपी, बंगाल पुलिस का बैज और बेल्ट के साथ-साथ एक नियुक्ति पत्र भी दिया. फर्जी डीएसपी ने नियुक्ति पत्र भी फर्जी ही दिया था. अब ये चारों पुलिस के हत्थे चढ़ गये हैं और पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है.

गुरुवार (8 जुलाई 2021) को कोलकाता के बऊबाजार थाना में मसूद राना, रबि मुर्मू, शुभ्रो नाग, परितोष बर्मन एवं अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 120बी/170/419/420/467/468/471 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इनके खिलाफ पश्चिमी मेदिनीपुर के सालबनी थाना अंतर्गत खेमा काटा गांव निवासी मनोहर महता के पुत्र समरेश महता (20) ने शिकायत की थी.

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पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि 6 जून 2021 के आसपास उपरोक्त सभी आरोपियों ने आपराधिक षड्यंत्र की शुरुआत की. इन्होंने खुद को डीएसपी जैसे वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के रूप में पेश करना शुरू किया. इस फर्जी डीएसपी और उसके साथियों ने लोगों से पश्चिम बंगाल पुलिस के होम गार्ड में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये लेने शुरू कर दिये.

फर्जी नियुक्ति पत्र के साथ बेरेट कैप और बेल्ट भी दे दिये

शिकायतकर्ता समरेश महता ने कहा है कि मसूद राना और उसके साथियों ने उससे और उसके 5 साथियों को होम गार्ड में नौकरी दिलाने के नाम पर 35 लाख रुपये लिये. रुपये लेने के बाद सभी को फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया. साथ में खाकी बेरेट कैप और बेल्ट भी दिया. समरेश की शिकायत के आधार पर पुलिस ने कोलकाता के चांदनी चौक स्थित कॉसमस होटल और मेदिनीपुर से चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया.

बंगाल के अलग-अलग जिलों से हैं आरोपी

गिरफ्तार किये गये लोगों के नाम मसूद राना (25), रबि मुर्मू (40), शुभ्रो नाग रॉय (44) और परितोष बर्मन (50) हैं. मसूद राना मुर्शिदाबाद जिला का रहने वाला है. रबि मुर्मू मालदा जिला के गजोले थाना क्षेत्र के बागसराय स्थित घाकसोल का निवासी है. उसके पिता मरांग मुर्मू का निधन हो चुका है.

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एक और आरोपी शुभ्रो नाग रॉय उत्तर 24 परगना जिला के गायघाटा थाना क्षेत्र के चांदपाड़ा बाजार स्थित सोनाटिकारी का रहने वाला है. उसके पिता माखनलाल नाग रॉय भी अब इस दुनिया में नहीं हैं. चौथा आरोपी पश्चिमी मेदिनीपुर जिला के पिंगला थाना क्षेत्र के कृष्णा प्रिया इलाके के खिरिंदा के दिवंगत प्रफुल्ल बर्मन का पुत्र परितोष बर्मन है.

Posted By: Mithilesh Jha

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