Bengal News: नंदीग्राम की घटना के बाद, सर्कार ने ज्ञानवंत सिंह को निदेशक सुरक्षा नियुक्त किया. इससे पहले वह अतिरिक्त सुरक्षा निदेशक, पश्चिम बंगाल के पद पर नियुक्त थे. गौरतलब है कि नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लगी चोट के मामले में आयोग ने मुख्यमंत्री के सुरक्षा निदेशक व पूर्व मेदिनीपुर के पुलिस अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया था. इसके बाद मुख्यमंत्री के सुरक्षा निदेशक विवेक सहाय और पूर्व मेदिनीपुर के पुलिस अधीक्षक प्रवीण प्रकाश को सस्पेंड कर दिया गया है.
वहीं, जिलाधिकारी विभू गोयल का तबादला कर दिया गया है. उन्हें गैर चुनावी पद पर भेजा गया है. साथ ही आयोग ने मुख्य सचिव को पुलिस महानिदेशक के साथ विचार विमर्श कर नये सुरक्षा निदेशक की नियुक्ति करने का आदेश दिया था. इसके 24 घंटे के अंदर ही पश्चिम बंगाल सरकार ने आइपीएस अधिकारी ज्ञानवंत सिंह को मुख्यमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी है.
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री को चोट लगने की घटना को लेकर राज्य के मुख्य सचिव व दो विशेष पर्यवेक्षकों द्वारा चुनाव आयोग को रिपोर्ट पेश की गयी थी, इस रिपोर्ट में मुख्यमंत्री पर हमला होने की घटना का उल्लेख नहीं था.
चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त विशेष पर्यवेक्षकों ने रिपोर्ट में कहा है कि घटना के समय ममता बनर्जी साधारण वाहन का इस्तेमाल कर रही थीं, जबकि उनके सुरक्षा निदेशक विवेक सहाय बुलेट प्रूफ कार में सवार थे. इसके अलावा घटना जिस स्थान पर हुई, उस इलाके के निर्वाचन अधिकारी की मंजूरी नहीं ली गयी थी. इसके चलते चुनाव अधिकारी वीडियोग्राफरों या उड़न दस्ते को तैनात नहीं कर पाये.
Also Read: ममता बनर्जी को लगा तगड़ा झटका, चुनाव से पहले तृणमूल विधायक देवश्री राय ने पार्टी से इस्तीफा दिया, भाजपा में हो सकती हैं शामिलचुनाव आयोग ने इस बात को खारिज कर दिया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कोई हमला हुआ था. आयोग ने दो विशेष चुनाव पर्यवेक्षकों व राज्य सरकार की रिपोर्ट की समीक्षा करने के बाद निष्कर्ष निकाला कि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी को जो चोटें आयी हैं, वे उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे कर्मियों की चूक का परिणाम हैं.