कोलकाताः पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में लगातार भारी बारिश हो रही है. इसकी वजह से राजधानी कोलकाता के कई इलाकों में पानी भर गया है, तो गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. मौसम विभाग ने जोरदार दक्षिण-पश्चिम मानसून और एक चक्रवात के प्रभाव के कारण अगले तीन दिनों में और अधिक बारिश होने का अनुमान जताया है.
मौसम विभाग के अनुसार, कोलकाता में सुबह साढ़े आठ बजे तक 24 घंटे में 144 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी. महानगर के दक्षिणी हिस्सों में उत्तरी हिस्से की तुलना में अधिक वर्षा हुई, जिससे बालीगंज, सर्कुलर रोड, लाउडन स्ट्रीट, सदर्न एवेन्यू की सड़कों और गलियों तथा कस्बा, बेहला और टॉलीगंज के कई स्थानों पर जलभराव हो गया.
राज्य सरकार ने महानगर और अन्य जगहों में कोविड-19 प्रतिबंधों में आंशिक रूप से ढील दी है, ऐसे में लोगों को अपने काम पर जाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. लोगों को घुटने भर गहरे पानी से गुजरना पड़ा. कुछ क्षेत्रों में यातायात बाधित हो गया, क्योंकि वाहन जलजमाव के चलते धीरे-धीरे चल रहे थे.
Also Read: Bengal Weather Alert: मॉनसून की बौछार से पानी-पानी कोलकाता, बंगाल में 19 जून तक जारी रहेगी बारिशमौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण 24 परगना जिले के कैनिंग में 24 घंटे में 178.6 मिमी बारिश दर्ज की गयी, जो पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक है. बांकुड़ा में 133.2 मिमी बारिश हुई. उत्तर बंगाल के कुछ स्थानों पर भी मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गयी. दार्जीलिंग में 70 मिमी से अधिक बारिश हुई.
मौसम विज्ञानी ने बताया कि अगले तीन दिनों में बंगाल के लगभग सभी जिलों में मध्यम बारिश होने का अनुमान है, क्योंकि दक्षिण-पश्चिम मानसून पश्चिम बंगाल के गंगीय क्षेत्र में जोरदार रूप ले चुका है और इस क्षेत्र में एक चक्रवात बना है. मौसम विभाग ने शनिवार तक कोलकाता में गरज के साथ बारिश और आसमान में बादल छाये रहने का अनुमान जताया है.
Also Read: बंगाल में आ रहा है अम्फान से भी बड़ा तूफान, मौसम विभाग के अलर्ट का क्या है सच?झारग्राम में तेज बारिश के कारण जिला के कई इलाके जलमग्न हो गये हैं. तेज बारिश के कारण डुलुंग नदी के उफान पर होने के कारण चिलकीगढ़ के निकट नदी पर बने पुल के ऊपर से पानी बहने लगा. फलस्वरूप झारग्राम और जामबनी के बीच संपर्क टूट गया है. वहीं, सरडीहा रेलवे स्टेशन के निकट मौजूद सुरंग पथ (अंडरपास) में पानी भर गया है. बांसतोला में निर्माणाधीन ब्रिज का निचला हिस्सा भी पानी में डूब गया है. कई इलाकों में खेत भी पानी में डूब गये हैं.
मंगलवार से लगातार हो रही बारिश के कारण पुरुलिया जिला के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात हैं. बुधवार सुबह से ही जिले के कई हिस्सों में पुलों पर नदी का पानी बहने से यातायात पूरी तरह से ठप है. कई हिस्सों में सड़क पर पेड़ गिरने के कारण भी यातायात ठप हो गया. इसके अलावा आद्रा समेत कई इलाकों में पानी भर जाने से लोग परेशान हैं. लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं.
Also Read: Bengal Weather Update: बंगाल में बदला मौसम का मिजाज, अगले 48 घंटे में राजधानी कोलकाता सहित इन जिलों में होगी बारिशरघुनाथपुर पंचायत समिति के कर्माध्यक्ष डी मनोज कुमार मौके पर पहुंचे एवं लोगों को आश्वस्त किया कि उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान की जायेगी. उन्होंने कहा कि यहां निकासी व्यवस्था ठीक नहीं होने के कारण ऐसी समस्या हुई है. लगातार बारिश के कारण रघुनाथपुर नगरपालिका के कई वार्डों में पानी भर गया है. लोगों ने जीवन बचाने के लिए ऊंची जगहों पर शरण ले रखी है.
नगरपालिका के प्रशासक मदन मोहन बराक ने कहा लगातार तेज बारिश होने के कारण सभी वार्डों में बारिश का पानी घुस गया है. हालांकि, इसके लिए इलाके के कुछ लोग भी जिम्मेदार हैं. उन्होंने नियमों का उल्लंघन करते हुए घर का निर्माण कराया है. पुरुलिया का चंडीपहाड़ धंस गया है, जिसकी वजह से पहाड़ पर चढ़ना और उतरना मुश्किल हो गया है. मंदिर के पुजारी पहाड़ पर फंसे हैं.
मानसून के शुरुआती दौर में ही रानीगंज के कई इलाके जलमग्न हो गये हैं. आसनसोल नगर निगम के रानीगंज बोरो 88 और 89 नंबर वार्ड के नबी नगर और हुसैन नगर में बारिश की वजह से लोगों के घरों के अंदर पानी घुस गया है. स्थानीय लोगों ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है, जब यह स्थिति बनी है. हर साल बारिश में हमलोगों को इस मुसीबत का सामना करना पड़ता है.
Posted By: Mithilesh Jha