कोलकाता, विकास कुमार गुप्ता : पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले में केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (इडी) के हाथों गिरफ्तार सुजय कृष्ण भद्र उर्फ कालीघाटेर काकू के पैरोल पर रिहा होने की अवधि समाप्त होने के बाद उन्हें सोमवार को उन्हें प्रेसिडेंसी जेल में ले जाया गया. जेल सूत्रों के मुताबिक जेल में प्रवेश करते ही वह इडी के अधिकारियों के सामने बीमार पड़ गये. इसके बाद से उन्हें इलाज के लिये एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया .
लगातार उन्हें उल्टी होने लगी. इसके बाद वह अचेत होकर जमीन पर गिर गये. तुरंत जेल के चिकित्सकों को वहां बुलाया गया. प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें एसएसकेएम अस्पताल में भेजने को लेकर वहां मौजूद इडी की टीम एवं जेल के चिकित्सकों के बीच सहमति बनी. जिसके बाद कालीघाटेर काकू को एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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बताया जा रहा है कि कालीघाटेर काकू की पत्नी बीणा भद्र की मौत होने के कारण उन्हें हाईकोर्ट के निर्देश के बाद 16 जुलाई तक पेरोल पर रिहा किया गया था. पैरोल की अवधि समाप्त होने के बाद सोमवार को उन्हें प्रेसिडेंसी जेल में ले जाया गया. जेल पहुंचते ही पेट दर्द की शिकायत के बाद उन्हें उल्टी होने लगी. इसके बाद ही जेल के प्रवेश द्वार पर ही वह अचेत होकर गिर गये. प्राथमिक जांच में जेल के चिकित्सकों ने बताया कि उनका ब्लड प्रेशर अस्थिर है. खून में ऑक्सीजन की मात्रा भी कम पायी गयी है. इसके बाद जेल अस्पताल के डॉक्टरों ने इडी अधिकारियों की मौजूदगी में आपसी सहमति के बाद काकू को एसएसकेएम अस्पताल भेजने का फैसला किया. अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है.
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गौरतलब है कि शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार की जांच में इडी ने गत 30 मई को कालीघाटेर काकू को 12 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था. तब से वह प्रेसीडेंसी जेल में विचाराधीन कैदी के तौर पर रह रहे हैं. सुजयकृष्ण पर भर्ती भ्रष्टाचार मामले में कुंतल घोष से 70 लाख रुपये लेने का आरोप है. सुजयकृष्ण भत्र तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी के कार्यालय में स्टाफ हैं. बताया जा रहा है कि वह लीप्स एंड बाउंड्स कंपनी के सीईओ भी हैं. यहां तक कि उनपर कथित तौर पर तृणमूल नेता शांतनु बनर्जी की कंपनी में मोटी रकम निवेश करने का इडी अधिकारियों को पता चला था,