Bengal Crime News: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एटीएम से रुपए निकालने के मामले के तार इंटरनेशनल साइबर क्रिमिनल्स से जुड़े हैं. कहने का मतलब है कोलकाता के एटीएम मशीनों में बिना तोड़फोड़ करोड़ों रुपए की निकासी के मामले में विदेशी गिरोह के हाथ होने के संदेह जताए गए हैं. इसके बारे में गुरुवार को कोलकाता पुलिस के सूत्रों ने जानकारी दी है. इसके अलावा कोलकाता पुलिस को शक है कि इसके पीछे फरीदाबाद गैंग का भी हाथ है.
पुलिस का कहना है कि एटीएम को बिना कोई नुकसान पहुंचाए रुपये निकाले गए हैं. पुलिस ने संभावना जताई है कि एटीएम से रुपये निकालने के लिए किसी खास सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल गया है. सूत्रों का दावा है कि इस गिरोह का सरगना उज्बेकिस्तान का एक युवक है जो फिलहाल हरियाणा के फरीदाबाद की जेल में बंद है. उसे एटीएम के काम करने के तौर-तरीकों में महारत हासिल है. आरोपी के पास वैध वीजा नहीं होने के बाद गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था.
मामले को लेकर कोलकाता पुलिस ने फरीदाबाद की पुलिस से भी संपर्क किया है. दावा किया जाता है कि गिरोह के लगभग आठ सदस्य मेरठ, रांची, शिलांग, कोलकाता जैसे शहरों में एक्टिव हैं. फरीदाबाद पुलिस को शक है कि वो एटीएम हैक करने में मदद कर रहे हैं. गिरोह के सदस्य इसके पहले फरीदाबाद और गाजियाबाद में भी ऐसी ही घटनाओं को अंजाम देने में सफल रहे हैं.
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पुलिस को पता चला है कोलकाता के तपसिया और पार्क सर्कस इलाके के एक होटल में गिरोह के सदस्य ठहरे थे. होटल के सीसीटीवी फुटेज पहले ही कोलकाता पुलिस को सौंपे जा चुके हैं. आरोपियों की शिनाख्त की कोशिश की जा रही है. दूसरे शहरों में भी हुई ऐसी घटनाओं का मिलान एटीएम के सीसीटीवी फुटेज से किया जा रहा है. फरीदाबाद पुलिस सूत्रों के अनुसार इस गिरोह ने कई अन्य जगहों पर भी इसी तरह अपराध किए हैं. पिछले दिनों पुणे पुलिस ने एटीएम को हैक करने और रुपये निकालने के आरोप में दो नाइजीरियाई लोगों को गिरफ्तार किया था. उनसे भी कोलकाता में एटीएम से निकाले गए रुपये के मामलों का कनेक्शन खोजा जा रहा है.