कोलकाताः नंदीग्राम से विधानसभा चुनाव हारने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा चुनाव आयोग से जल्द से जल्द विधानसभा उपचुनाव कराये जाने की मांग पर माकपा ने तंज कसा है. प्रदेश में लगातार 34 साल तक शासन करने वाली पार्टी, जो इस बार शून्य (0) हो गयी, ने बंगाल की 112 नगरपालिकाओं में भी मतदान कराने की मांग की है.
माकपा केंद्रीय कमेटी के नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा है कि छह महीने के अंदर किसी सीट से चुनाव लड़कर विधानसभा में पहुंचना संवैधानिक मजबूरी है. यही वजह है कि तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी बार-बार केंद्रीय चुनाव आयोग से जल्द चुनाव करवाने की मांग कर रही हैं. ममता बनर्जी नंदीग्राम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी से हार गयीं थीं.
श्री चक्रवर्ती ने कहा कि ममता बनर्जी दावा कर रही हैं कि चुनाव प्रचार को लंबा करने की बजाय यदि उन्हें 7 दिन का समय भी मिले, तो वह काफी होगा. वह किसी भी हालत में चुनाव जल्द करवाना चाहती हैं. ममता के इस बयान पर माकपा केंद्रीय कमेटी के नेता सुजन चक्रवर्ती ने तंज कसा कि कि विधानसभा उपचुनाव का समय पर होना जरूरी है.
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उन्होंने कहा कि अधिकतम छह महीने के अंदर उपचुनाव हो, यह केंद्रीय चुनाव आयोग की जिम्मेवारी है. इसके साथ ही उन्होंने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य की 112 नगरपालिकाओं की मियाद खत्म होने के दो से तीन वर्ष गुजर जाने के बावजूद वहां अब तक चुनाव नहीं हुए हैं.
ऐसे में सवाल उठता है कि यहां चुनाव करवाने की जिम्मेवारी किसकी है. माकपा नेता श्री चक्रवर्ती ने कहा कि नगरपालिकाओं में चुनाव कराने की जिम्मेवारी राज्य सरकार व राज्य चुनाव आयोग की होती है. लिहाजा, जो लोग अपनी कुर्सी बचाने के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग पर उपचुनाव कराने का दबाव बना रहे हैं, वे लोग यहां भी जल्द से जल्द चुनाव करवायें.
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Posted By: Mithilesh Jha