नंदीग्राम : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच संग्राम तेज होता जा रहा है. 2021 के विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ा संग्राम नंदीग्राम में ही होने जा रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यहां से खुद उम्मीदवार हैं.
तृणमूल सुप्रीमो और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार (9 मार्च) को भारतीय जनता पार्टी को नंदीग्राम की धरती से ललकारा. कहा कि मेरे साथ हिंदू कार्ड मत खेलना. मैं हिंदू की बेटी हूं. ब्राह्मण परिवार में पली-बढ़ी हूं. यदि हिंदू कार्ड ही खेलना है, तो पहले तय कर लो कि तुम अच्छे हिंदू हो या नहीं हो.
ममता बनर्जी ने कहा कि हिंदू क्या है, स्वामी विवेकानंद ने सिखाया था. हिंदू कभी किसी का बुरा नहीं करता. सबका भला चाहता है. मैं कुछ भी जबरदस्ती नहीं करती. सबकी सहमति से काम करती हूं. मैं बंगाल की हूं. मुझे नंदीग्राम के लिए बाहरी बता रहे हैं. मैं बंगाल की होकर बाहरी हो गयी और वे दिल्ली से आकर बंगाल के हो गये.
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ममता बनर्जी ने कहा कि यदि वह बाहरी हैं, तो उन्हें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री भी नहीं रहोना चाहिए था. उनका मुख्यमंत्री बनना उचित नहीं था. उन्होंने जनता से पूछा कि क्या किसी बाहरी का बंगाल का मुख्यमंत्री बनना उचित है? ममता का हमला शुभेंदु अधिकारी पर था. तृणमूल सुप्रीमो ने कहा, ‘तुम्हारा घर मेदिनीपुर और मेरा घर बीरभूम. इतना ही अंतर है.’
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मैंने बीरभूम में जन्म लिया, तो मैं बाहरी हो गयी और बाहर से आने वाले लोग बंगाल के हो गये. अब आपलोग ही जवाब दीजिए, क्या किसी बाहरी को बंगाल का मुख्यमंत्री बनना चाहिए?’ ममता ने एक बार फिर कहा- खेला होबे, खेला होबे… लोगों से भी पूछा- 1 अप्रैल को नंदीग्राम में खेला होबे… खेला होबे…
Posted By : Mithilesh Jha