कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में बाढ़ के हालात की जानकारी लेने के लिए प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बुधवार (4 अगस्त) को सुबह में फोन किया. लेकिन, तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ने फोन नहीं उठाया. हालांकि बाद में मुख्यमंत्री ने खुद प्रधानमंत्री को फोन करके बाढ़ से उत्पन्न हुए हालात के बारे में जानकारी दी.
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी को बाढ़ के हालात से निबटने में केंद्र सरकार की तरफ से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है. दूसरी ओर ममता बनर्जी ने दामोदर वैली कॉर्पोरेशन (डीवीसी) से पानी छोड़े जाने को लेकर प्रधानमंत्री से शिकायत की. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार से सलाह लिये बगैर पानी छोड़ दिया गया, जिसकी वजह से बाढ़ और भयावह हो गया.
पहली बार में ममता ने नहीं उठाया था फोन
सूत्रों ने बताया कि बुधवार सुबह प्रधानमंत्री कार्यालय से ममता बनर्जी के पास फोन किया गया था, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. बाद में खुद ममता बनर्जी ने फोन किया और बताया कि किसी वजह से बात नहीं हो सकी थी. कुछ देर तक उन्होंने प्रधानमंत्री से राज्य के हालात के बारे में बात की. प्रधानमंत्री ने जानना चाहा कि फिलहाल राज्य में हालात कैसे हैं और आपदा प्रबंधन में केंद्र की किस तरह की मदद चाहिए.
3 लाख लोग विस्थापित, करोड़ों का नुकसान
ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री को बताया कि अभी तक 16 लोगों की जान जा चुकी है. करोड़ों रुपये की फसल नष्ट हो चुकी है. बाढ़ के पानी की वजह से बिजली सेवा पूरी तरह से चरमरा गयी है. कई इलाकों के संपर्क एक-दूसरे से कट गये हैं. तीन लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा चुका है. प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया है कि हालात से निबटने में राज्यऔर बिगड़ सकते हैं हालात
और बिगड़ सकते हैं हालात
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि बाढ़ से 6 जिलों में सबसे ज्यादा तबाही मची है. पूर्वी बर्दवान, पश्चिमी बर्दवान, पश्चिमी मेदिनीपुर, हुगली, हावड़ा और दक्षिण 24 परगना जिलों में कई क्षेत्रों में बाढ़ आ गयी है, जिसकी वजह से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अब मौसम विभाग ने इन जिलों में अभी और अधिक बारिश की संभावना व्यक्त की है, जिसे लेकर हालात के और अधिक बिगड़ने की आशंका है.
Posted By: Mithilesh Jha