केंद्रीय गृह मंत्री व भाजपा नेता अमित शाह ने बीरभूम में जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने लोगों से अगले लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की 42 में से 35 सीटों पर भाजपा की जीत सुनिश्चित करने की अपील करते हुए कहा कि यदि लक्ष्य हासिल कर लिया गया, तो तृणमूल कांग्रेस सरकार 2025 से आगे टिक नहीं पायेगी. श्री शाह द्वारा तृणमूल का कार्यकाल पूरा नहीं करने को लेकर की गयी टिप्पणी पर तृणमूल कांग्रेस ने कड़ी आलोचना की है.
तृमणूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि ”केंद्रीय गृह मंत्री ने बंगाल में भाजपा को 35 लोकसभा सीटों पर जीत का लक्ष्य दिया है, लेकिन यहां एक सीट जीतने में भी भाजपा को पसीने छूट जाएंगे. राज्य में हुए गत विधानसभा चुनाव में उन्होंने कहा था कि अबकी बार 200 पार, उनके दावा विधानसभा चुनाव के नतीजों से ही साफ हो गया. भाजपा 100 भी पार नहीं कर पायी. बीरभूम में हुई भाजपा की जनसभा में राज्य के लोगों ने कोई उत्साह नहीं दिखाया.
उन्हें बिहार से लोगों को लेकर यहां आना पड़ा. बिहार से कई वाहन यहां आते देखे गये. श्री शाह के शब्दों में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक वैकल्पिक चेहरा हैं. आपने अपने अवचेतन में सुश्री बनर्जी को देश की नेता बना दिया है. वह कहते हैं कि वर्ष 2025 के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार गिर जायेगी. केंद्रीय गृह मंत्री रहते हुए वह कैसे कह सकते हैं कि 2025 के बाद सरकार गिर जायेगी. इससे साफ है कि साजिश दिल्ली से हो रही है. जनता भाजपा के असली चेहरे को समझ चुकी है.
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यही वजह है कि अब साजिशों का सहारा लिया जा रहा है.” श्री शाह के बंगाल दौरे को लेकर तृणमूल कांग्रेस की नेता डॉ शशि पांजा ने कहा कि “केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे के एक दिन पहले तृणमूल कांग्रेस ने जनता के समक्ष उन्हें पांच सवालों का जवाब देने को कहा था, लेकिन वह इसमें विफल रहे हैं. राज्य में श्रमिकों के लिए लंबित महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के बकाया राशि के मुद्दे के मुद्दे पर केंद्रीय सरकार मौन है.
100 दिनों की रोजगार योजना के बकाये की राशि का भुगतान अब तक केंद्र सरकार द्वारा बंगाल को नहीं किया गया है. बंगाल के श्रमिकों के साथ यह अन्याय क्यों हो रहा है, श्री शाह ने इसका जवाब नहीं दिया. भाजपा नेताओं द्वारा नारियों को लेकर असम्माजनक टिप्पणी करने पर उनकी पार्टी ने क्या कार्रवाई की, इसपर भी उन्होंने कुछ नहीं कहा. रामनवमी के दौरान हावड़ा में हुई हिंसा और शोभायात्रा में पिस्तौल लहराने वाले शख्स के साथ उनकी पार्टी के संबंधों को लेकर भी उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दावा है कि उनकी सरकार भ्रष्टाचारमुक्त सरकार है.
श्री शाह के साथ मंच पर देखे गये भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी देखे गये, जिन्हें कैमरे में रुपये लेते देखा गया था. इसको लेकर भी गृह मंत्री खामोश रहे. केंद्रीय गृह मंत्री के बंगाल दौरे को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने ट्वीट करके ‘प्रवासी पक्षी’, ‘दिल्ली वापस जाओ और अपना काम करो’, ‘बंगाल के लोगों को आप में कोई दिलचस्पी नहीं है’ कहकर हमला बोला.