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विधायक मदन मित्रा ने दिया राजनीति से संन्यास लेने का संकेत, तारापीठ में ’ओह लवली’ फिल्म का किया प्रमोशन

तृणमूल के एक प्रवक्ता ने कहा मदन ने जो कहा, अगर वह पार्टी के भीतर कहते, तो बेहतर होता. जब ये बातें सार्वजनिक तौर पर कही जाती हैं, तो तरह-तरह के विवाद होते हैं. यह पार्टी के लिए अच्छा नहीं है.

बीरभूम, मुकेश तिवारी : पश्चिम बंगाल के कमरहट्टी के विधायक व तृणमूल कांग्रेस के नेता मदन मित्रा पार्टी लाइन से हटकर बयान देने को लेकर फिर सुर्खियों में हैं. यहां तक कि उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट मिलने की उम्मीद भी छोड़ दी और राजनीति से संन्यास लेने का संकेत भी दे दिया. वहीं वह बीरभूम जिले के तारापीठ मंदिर में पूजा अर्चना के बाद विधायक मदन मित्रा ने टॉलीवुड में एंट्री कर अपनी पहली फिल्म ’ओह लवली’ का प्रमोशन किया. इस दिन उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा की विपक्षी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी का बार-बार यह कहना कि तृणमूल के कई विधायक और सांसद और नेता उनके संपर्क में हैं. यह गलत नहीं है हमें अंधेरे से बाहर निकलने की जरूरत है. मैं अभिषेक को कई बार इस बाबत सतर्क कर दिया हूं. यदि पार्टी सही डिसीजन नहीं लेती है तो पार्टी को हानि होगी. मदन मित्रा ने कहा कि पार्टी में कुछ दलाल और धोखेबाज घुस गए हैं और भी आते जा रहे हैं. उनसे सावधान रहने की जरूरत है.

फिल्म की सफलता के लिए तारापीठ मंदिर में की पूजा

तारापीठ में ही फिल्म की सफलता के लिए प्रार्थना करने के दौरान मदन मित्रा ने उक्त बाते कही. मदन मित्रा ने कहा की ज्यादातर मामलों में अभिनेता और अभिनेत्रियां मनोरंजन की दुनिया से राजनीति में आते हैं. सामान्य लोग यही देखने के आदी हैं. लेकिन इस बार पश्चिम बंगाल के लोगों को एक अलग तरह की घटना देखने को मिल रही है. लंबे समय से राजनीति में सक्रिय मदन मित्रा अब टॉलीवुड में एंट्री करने जा रहे हैं. उन्होंने डायरेक्टर हरनाथ चक्रवर्ती की फिल्म में काम किया है. फिल्म का नाम ‘ओह लवली’ है.इस दिन तृणमूल के इस दिग्गज नेता ने अपनी बांग्ला फिल्म के प्रमोशन के लिए तारापीठ में मंदिर प्रवेश मार्ग के किनारे मंच लगाया था.

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राजनीति क्या है यह समझने के लिए एक्टर्स  बन रहे हैं राज्यसभा के सदस्य

राजनीति क्या है यह समझने के लिए टॉलीवुड अभिनेता और अभिनेत्रियां राज्यसभा के सदस्य बन रहे हैं और हम जानना चाहते हैं कि बंगाल में ’पठान या पुष्पा’ जैसी फिल्में क्यों नहीं बनती हैं. इसलिए हम यहां आए हैं. मदन मित्रा ने पार्टी के कुछ सदस्यों के बारे में ऐसी विस्फोटक टिप्पणियां कीं. गौरतलब है कि इससे पहले शनिवार को कमारहाटी विधायक को फेसबुक लाइव पर पार्टी के खिलाफ विस्फोटक टिप्पणी करते हुए सुना गया था. उन्होंने कहा, पार्टी में कुछ दलाल और धोखेबाज घुस रहे हैं. पार्टी को गंदा करने की कोशिश कर रहे हैं.

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पार्टी लाइन से हटकर बयान देने को लेकर फिर सुर्खियों में मदन मित्रा

कमरहट्टी के विधायक व तृणमूल कांग्रेस के नेता मदन मित्रा पार्टी लाइन से हटकर बयान देने को लेकर फिर सुर्खियों में हैं. उन्होने आधी रात को फेसबुक लाइव में पार्टी के एक वर्ग पर विश्वासघात का आरोप लगाते हुए भावुक हो गये. यहां तक कि उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट मिलने की उम्मीद भी छोड़ दी और राजनीति से संन्यास लेने का संकेत भी दे दिया. मदन की टिप्पणी से तृणमूल नाखुश है. दूसरी ओर, विपक्ष उनकी टिप्पणी को महत्व नहीं दे रहा. मदन मित्रा ने शनिवार की देर रात फेसबुक लाइव में कहा : मेरे पास कुछ और दिन हैं. 26 के बाद खड़े होने की कोई जगह नहीं दिखती. लेकिन सौगत दा (सांसद सौगत राय) निश्चित रूप से रहेंगे. टीम को बचायें. पार्टी बचेगी, तो हम बचेंगे. अगर आपको यह पसंद नहीं है, तो पार्टी में शामिल न हों. लेकिन हमारी पार्टी का एक वर्ग भाजपा-माकपा को शह देकर रात के अंधेरे में तृणमूल को चोर बना रहा है. ममता और अभिषेक बनर्जी पर परोक्ष रूप से वार करने की कोशिश कर रहा है. हम ऐसा करने वालों लोगों से नफरत करते हैं.

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तृणमूल के एक प्रवक्ता ने कहा यह पार्टी के लिए अच्छा नहीं है

वहीं, मदन मित्रा की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए, तृणमूल के एक प्रवक्ता ने कहा : मदन ने जो कहा, अगर वह पार्टी के भीतर कहते, तो बेहतर होता. जब ये बातें सार्वजनिक तौर पर कही जाती हैं, तो तरह-तरह के विवाद होते हैं. यह पार्टी के लिए अच्छा नहीं है. पिछले दिनों एक मरीज को भर्ती नहीं कर पाने पर एसएसकेएम प्रबंधन से वह नाराज हो गये थे. लेकिन वह विद्रोह भी कुछ ही दिनों में खत्म हो गया. अब वह दुखी मन से खुद राजनीति से संन्यास लेने का संकेत दे रहे हैं.

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