कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और केंद्र में सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखी जा रही है. 7 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच कड़ी ‘टक्कर’ देखने को मिलेगी.
प्रधानमंत्री मोदी रविवार को कोलकाता के ऐतिहासिक ब्रिगेड परेड ग्राउंड से भाजपा के चुनाव अभियान का आगाज करेंगे. उस दिन पीएम मोदी ब्रिगेड में विशाल रैली को संबोधित करेंगे, तो तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी उसी दिन उत्तर बंगाल के सिलीगुड़ी में महिलाओं की रैली में शामिल होंगी. सोमवार (8 मार्च) को कोलकाता में एक जुलूस में भी ममता बनर्जी शामिल होंगी.
बंगाल में विधानसभा चुनाव 2021 की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह पहली रैली होगी. मोदी की रैली को मीडिया में ज्यादा तवज्जो न मिले, इसलिए ममता बनर्जी ने उसी दिन सिलीगुड़ी में महिला तृणमूल कार्यकर्ताओं के साथ कदमताल करने की तैयारी कर ली है. इसके एक दिन बाद 8 मार्च को महिला दिवस पर कोलकाता में एक कार्यक्रम में शिरकत करेंगी.
सूत्रों का कहना है कि इतना तो तय है कि ममता बनर्जी एक जुलूस में शामिल होंगी, लेकिन उस रैली का रूट अब तक तय नहीं हुआ है. ममता बनर्जी की रैली के बारे में सिलीगुड़ी जिला तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को जानकारी दे दी गयी है. उन्होंने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है. कहा गया है कि टीएमसी का शीर्ष नेतृत्व जो निर्देश देगा, उसी के अनुरूप कार्यकर्ता काम करेंगे.
राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि ममता बनर्जी बंगाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुला मैदान नहीं देना चाहतीं. यही वजह है कि उन्होंने सिलीगुड़ी में एक बड़े कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर दी. साथ ही पीएम मोदी के जाने के बाद अगले ही दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर भी एक रैली का आयोजन करने का फैसला किया है.
ममता बनर्जी के इन कार्यक्रमों पर बंगाल प्रदेश भाजपा के एक नेता ने कटाक्ष किया. कहा, ‘दीदी चाहे जितनी रैलियां कर लें, लेकिन मोदी जी के सवालों का जवाब वह नहीं दे पायेंगी. उनके पास प्रधानमंत्री के सवालों का जवाब नहीं है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री उस दिन कोलकाता छोड़कर सिलीगुड़ी चली जा रही हैं.’
Posted By : Mithilesh Jha