पश्चिम बंगाल में शिक्षिकाओं के जहर खाने के मामने ने तूल पकड़ लिया है. अब, शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने जहर खाने वाली शिक्षिकाओं को बीजेपी से जुड़ा हुआ करार दिया है. दरअसल, तबादला रद्द करने, स्थायीकरण और समान काम के बदले समान वेतन की मांग को लेकर मंगलवार को शिक्षा विभाग मुख्यालय के सामने प्रदर्शन किया गया था. इस दौरान कुछ शिक्षिकाओं ने जहर खा लिया. इस पर बंगाल में सियासी पारा चढ़ गया है. आंदोलन तेज करने की धमकी दी गई है.
महिला टीचर्स के जहर खाने के बाद शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने कहा है कि वो शिक्षिकाएं बीजेपी कैडर की हैं. शिक्षा मंत्री के बयान के बाद राज्य में हंगामा बढ़ने लगा है. शिक्षक संगठनों ने आंदोलन को तेज करने की धमकी दी है. बताते चलें कि मंगलवार को जहर खाने वाली पांच शिक्षिकाओं में से तीन की हालत गंभीर है. जबकि, दो अन्य शिक्षिकाओं को सामान्य निगरानी में रखने की खबर है.
दरअसल, कई सालों से पश्चिम बंगाल में लगातार शिक्षक आंदोलन कर रहे हैं. उनकी मांगों को पूरा करने की दिशा में राज्य सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है. इसके बाद आंदोलन तेज होता जा रहा है. मंगलवार को शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु से मुलाकात करने के लिए पांच शिक्षिकाएं पहुंची थीं. लेकिन, शिक्षा मंत्री ने उनसे मुलाकात नहीं की. इससे नाराज होकर पांच शिक्षिकाओं ने जहर खा लिया था. जहर खाने का मामला शिक्षा मंत्री के पास पहुंचा तो उन्होंने विवादित बयान दे डाला.
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वहीं, मंगलवार को शिक्षा विभाग मुख्यालय विकास भवन के सामने जहर खाने वाली शिक्षिकाओं के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. बिधाननगर उत्तर थाने में पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है. बिधाननगर पुलिस कमिश्नरेट सूत्रों के मुताबिक उन पर सरकारी काम में बाधा डालने, आत्महत्या की कोशिश, सरकारी निर्देश की अवमानना समेत अन्य गैर जमानती धाराओं में मामला दर्ज हुआ है. उन पर पुलिस कांस्टेबल नासिरुद्दीन के साथ दुर्व्यवहार का आरोप भी है.