पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों को अलग केंद्रशासित प्रदेश बनाने की मांग पर सियासी घमासान तेज हो चुका है. उत्तर बंगाल और जंगल महल (रार बंगाल) के इलाके को अलग करने की मांग पर बीजेपी के दो सांसदों सौमित्र खान और जॉन बारला पर एफआईआर दर्ज की गई है. बीजेपी के विष्णुपुर सांसद सौमित्र खान और अलीपुरदुआर के सांसद जॉन बारला ने उत्तर बंगाल और रार बंगाल को अलग केंद्रशासित प्रदेश बनाने की मांग की थी. इस बयान पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ा ऐतराज जताया था. अब, बीजेपी के दोनों सांसदों पर एफआईआर दर्ज हुई है. टीएमसी ने अलीपुरदुआर में दोनों सांसदों की शिकायत की थी, जो एफआईआर में बदल दिया गया है.
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बीजेपी सांसद जॉन बारला पर अलग राज्य की मांग को लेकर दूसरी प्राथमिकी हुई है. इसके पहले कूचबिहार के दिनहाटा में जॉन बारला के खिलाफ मामला दर्ज कराया जा चुका है. पुलिस के मुताबिक अलीपुरदुआर के जिला तृणमूल युवा अध्यक्ष की लिखित शिकायत को एफआईआर में तब्दील किया गया है. दर्ज प्राथमिकी में जिक्र है कि बीजेपी के दोनों सांसदों ने बंगाल विभाजन की मांग करके लोगों की भावनाओं को भड़काया है. उन दोनों ने भड़काऊ भाषण भी दिया है.
दरअसल, बीजेपी के दोनों सांसद ममता बनर्जी सरकार पर राज्य के कई इलाकों की उपेक्षा का आरोप लगाते रहे हैं. बीजेपी सांसद सौमित्र खान कई मौकों पर कहते रहे हैं कि ममता बनर्जी ने जंगल महल इलाके का विकास नहीं किया है. इसी को देखते हुए जंगल महल को अलग राज्य बना देना चाहिए और उत्तर बंगाल को भी अलग राज्य बनाया जाना चाहिए. इस मांग पर बीजेपी के सांसद जॉन बारला सहमति जता चुके हैं. दूसरी तरफ बीजेपी ने मांग से पल्ला झाड़ लिया है.
जिक्र कर दें कि पश्चिम बंगाल की राजनीति में बीजेपी के दोनों सांसदों के बयानों के बाद उबाल आ चुका है. दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ सोमवार से उत्तर बंगाल के सात दिवसीय दौरे पर हैं. यह दौरा उस समय शुरू हुआ है, जब बीजेपी के सांसद जॉन बारला ने उत्तर बंगाल को अलग केंद्रशासित प्रदेश बनाने की मांग की. इसी बीच गवर्नर जगदीप धनखड़ से बीजेपी सांसद निशिथ प्रमाणिक ने मंगलवार को मुलाकात करके राज्य में जारी हिंसा की घटनाओं पर विचार-विमर्श किया. वहीं, अलग राज्य की मांग पर बंगाल में सियासी उबाल है.