West Bengal Violence: पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में नामांकन के दौरान राज्य में होने वाली हिंसा के संबंध में राज्य चुनाव आयोग से राष्ट्रीय एससी आयोग ने रिपोर्ट मांगी है. आगामी सात दिनों के भीतर राज्य चुनाव आयोग को रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है. अगर इस अवधि में रिपोर्ट न दी गयी तो राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा को दिल्ली तलब किया जायेगा. एससी आयोग के वाइस चेयरमैन अरुण हालदार ने यह जानकारी दी.
नामांकन के आखिरी दिन भी हिंसा
बता दें कि गुरुवार को पंचायत चुनाव में नामांकन का आखिरी दिन था. आखिरी दिन भी हिंसा देखने को मिली. ऐसी स्थिति में राज्य के अनुसूचित जाति के लोगों को सामना करने वाले आतंक की बात कहते हुए कहा गया है कि पिछले डेढ़ महीने में पश्चिम बंगाल में अनुसूचित जाति के छह लोगों की हत्या/दुष्कर्म किया गया है. समूचे राज्य में आतंक का माहौल बन गया है. कुछ दिन बाद ही मतदान है. सबकुछ राजनीतिक उद्देश्य से किया गया है. इससे राज्य के अनुसूचित जाति के लोग चुनाव में हिस्सा लेने से डर रहे हैं. हर घटना की मौके पर जाकर जांच करने के लिए एससी आयोग की ओर से कहा गया है. घटनाओं की जांच में प्रशासन की गलती का भी उल्लेख किया गया है.
गुरुवार को तीन उम्मीदवारों को मारी गई गोली
मालूम हो कि पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद से हिंसा जारी है. नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन 15 जून (गुरुवार) को कई जिलों से हिंसा, मारपीट और गोलीबारी की खबर है. उत्तर दिनाजपुर जिले में कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों के 3 उम्मीदवारों को गोली मार दी गयी, जिसमें एक की मौत हो गयी. बीरभूम जिले में बीडीओ ऑफिस के बाहर हिंसा की सूचना है. दक्षिण 24 परगना जिले में पंचायत चुनाव 2023 के मद्देनजर भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है.