पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलॉपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (I.N.D.I.A) में सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते कांग्रेस की अधिक जिम्मेदारी है और उसे पश्चिम बंगाल से संबंधित सीटों के बंटवारे का मुद्दा मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) पर छोड़ देना चाहिए. पार्टी ने कहा कि वह राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. नयी दिल्ली में बजट सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक के बाद तृणमूल नेता व सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने पत्रकारों से कहा, “यदि तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी कांग्रेस और वाम दलों को बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव में शून्य पर ला सकती हैं, तो वह यहां भाजपा को भी शून्य पर (लोकसभा चुनावों में) पहुंचा सकती हैं. अगर कांग्रेस बंगाल में कुछ करना चाहती है, तो उसे सीटों के बंटवारे का मामला सुश्री बनर्जी पर छोड़ देना चाहिए.
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस विपक्षी गठबंधन ‘I.N.D.I.A’ में सबसे बड़ी पार्टी है और उस पर सबसे अधिक जिम्मेदारी है. तृणमूल गठबंधन की सदस्य है. राहुल गांधी के नेतृत्व वाली ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ और सीट-बंटवारे की बातचीत को लेकर कांग्रेस के साथ क्षेत्रीय पार्टी की शिकायतों को उजागर करते हुए उन्होंने कहा कि अगर मुख्य विपक्षी दल ने तृणमूल को यात्रा के बारे में पहले ही सूचित कर दिया होता, तो सुश्री बनर्जी इसमें शामिल हो सकती थीं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उनकी मुख्य नेता को यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण जब दिया. तब बहुत देर हो चुकी थी. इसके अलावा बंद्योपाध्याय ने यह भी कहा कि जनता दल (यू) अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गठबंधन से बाहर होना कोई झटका नहीं है. गौरतलब है कि सीट बंटवारों काे लेकर राजनीति घमासान चल रहा है.
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