पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद हुई हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को अहम सुनवाई होने वाली है. हिंसा में मारे गए बीजेपी के दो कार्यकर्ताओं के परिजनों ने सुप्रीम कोर्ट से इंसाफ की गुहार लगाई थी. सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार से जवाब तलब करते हुए 20 मई (गुरुवार को) अगली सुनवाई की तारीख तय की है. पश्चिम बंगाल सरकार के अलावा देश की निगाहें सुप्रीम कोर्ट पर टिकी है. सभी को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार है.
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पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के रिजल्ट के बाद हिंसा से जुड़ी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को सुनवाई की थी. सुनवाई के दौरान पश्चिम बंगाल सरकार को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया था. अब, इस मामले की अगली सुनवाई गुरुवार को होने जा रही है. याचिका में पश्चिम बंगाल की सरकार, राज्य के डीजीपी, केंद्र सरकार के अलावा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भी प्रतिवादी बनाया गया है. बंगाल चुनाव रिजल्ट के बाद जारी हिंसा में मारे गए बीजेपी के दो कार्यकर्ताओं के परिजनों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करके इंसाफ की गुहार लगाई थी.
पश्चिम बंगाल में रिजल्ट के बाद हुई हिंसा को लेकर विश्वजीत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. विश्वजीत सरकार के भाई अभिजीत सरकार की रिजल्ट के बाद हुई हिंसा में मौत हो गई थी. विश्वजीत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन की मांग की है. विश्वजीत सरकार का यह भी कहना है कि रिजल्ट के बाद हुई हिंसा से जुड़े मामलों की जांच के लिए सीबीआई सही रहेगी. मामले की सीबीआई जांच से ही सच्चाई सामने आ सकेगी.
दूसरी तरफ बीजेपी के दूसरे कार्यकर्ता हरन अधिकारी के परिवार ने भी सुप्रीम कोर्ट से इंसाफ की गुहार लगाकर याचिका डाली है. बताते चलें बंगाल में चुनाव रिजल्ट के बाद जारी हिंसा में बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं की मौत हुई है. इसको लेकर बीजेपी और टीएमसी भी आमने-सामने है.