कोलकाता : पश्चिम बंगाल में शनिवार को पहले चरण के लिए पांच जिलों (बांकुड़ा, पूर्वी मेदिनीपुर, पश्चिमी मेदिनीपुर, झारग्राम और पुरुलिया) की 30 विधानसभा सीटों पर वोटिंग जारी है. ये जंगलमहल के जिले हैं, जो कभी नक्सल प्रभावित जिला थे. आज भी इन जिलों में माओवादी सक्रिय हैं.
वोटिंग से पहले शुक्रवार की रात से ही जगह-जगह हिंसा शुरू हो गयी. शनिवार सुबह एक मतदान केंद्र पर सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी पार्टी बनकर उभरी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार एक-दूसरे से भिड़ गये. बांकुड़ा में रानीबांध विधानसभा क्षेत्र के कुरकुटया स्कूल स्थित मतदान केंद्र पर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा उम्मीदवार के बीच हल्की झड़प भी हुई.
इसके पहले शुक्रवार की रात को पुरुलिया जिला के बांदवान में माओवादियों ने चुनाव कर्मियों के वाहन में आग लगा दी थी. माओवादियों ने मतदानकर्मियों को पहुंचाकर लौट रहे वाहन पर पेट्रोल बम फेंक दिया था. बताया गया है कि दो माओवादियों ने ड्राइवर को गाड़ी से बाहर निकालने के बाद उसमें आग लगा दी. दोनों हमलावरों ने अपने चेहरे ढक रखे थे. पुलिस आरोपितों की तलाश में जुट गयी है.
आज प्रदेश के बांकुड़ा, पुरुलिया, झारग्राम, पूर्वी व पश्चिमी मेदिनीपुर की 30 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग हो रही है. कुल 191 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. कुल सीटों में से 11 अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए आरक्षित हैं. पहले चरण के 30 में से 7 निर्वाचन क्षेत्रों को संवेदनशील घोषित किया गया था.
वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव में इन 30 सीटों में से 27 पर तृणमूल कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. कांग्रेस के हिस्से दो सीटें आयीं थीं, जबकि आरएसपी ने एक सीट पर जीत दर्ज की थी. भाजपा इन जिलों में खाता भी नहीं खोल पायी थी. लेकिन, वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में इन विधानसभा क्षेत्रों में भारतीय जनता पार्टी को बड़ी सफलता मिली थी. इसलिए पार्टी को उम्मीद है कि 2021 के विधानसभा चुनाव में भी उसका प्रदर्शन शानदार रहेगा.
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Posted By : Mithilesh Jha