बंगाल में 27 मार्च को होने वाले प्रथम चरण के चुनाव में 30 सीटों पर मतदान होगा और इसके लिए 191 उम्मीदवार मैदान में हैं. ऐसे में 18 उम्मीदवार ऐसे हैं, जो 2016 में भी उम्मीदवार बने और इस बार भी उन्हें टिकट मिला है. इन 18 उम्मीदवारों में 14 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति पिछले पांच वर्षों में काफी बढ़ी है, जबकि तीन उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति कम हो गयी है.
वेस्ट बंगाल इलेक्शन वाच की राज्य संयोजक उज्जैनी हलीम ने शुक्रवार को इस संबंध में रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि इन 14 उम्मीदवारों में 12 विधायक तृणमूल कांग्रेस के हैं, जिनकी संपत्ति पिछले पांच वर्षों में बढ़ी है.संपत्ति बढ़ने वालों की सूची में पहला नाम बांकुड़ा जिले के रानीबांध विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार ज्योत्सना मांडी का है, जिनकी संपत्ति 2016 की तुलना में 1985.68 प्रतिशत बढ़ी है.
वर्ष 2016 के हलफनामा में ज्योत्सना मांडी ने अपनी संपत्ति 1,96,633 रुपये की बतायी थी, जो अब बढ़ कर 41,01,144 रुपये हो गयी है. पिछले पांच वर्षों में इनकी संपत्ति 39,04,511 रुपये बढ़ी है. इसी तरह दूसरे नंबर पर हैं पुरुलिया विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक सुदीप कुमार मुखर्जी, जिनकी संपत्ति 11,57,945 रुपये से 288.86 प्रतिशत बढ़ कर 45,02,782 रुपये हो गयी है.
वहीं, तीसरे स्थान पर पश्चिम मेदिनीपुर जिले के केशियारी विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेेस उम्मीदवार परेश मुर्मु की संपत्ति 246.34 प्रतिशत बढ़ी है. इनकी संपत्ति पिछले पांच साल में 11,57,926 रुपये से बढ़ कर 40,10,329 रुपये हो गयी है. अगर संपत्ति घटने का आंकड़ा देखें तो इस दौरान दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर सीट के उम्मीदवार विश्वनाथ दास की संपत्ति 46,85,523 रुपये से 69.24 प्रतिशत घट कर 14,41,200 रुपये हो गयी है. पुरुलिया जिले के मानबाजार सीट से तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार संध्यारानी टुडु की संपत्ति 53,97,129 रुपये से 60 प्रतिशत कम होकर 21,48,082 रुपये हो गयी है.
Posted By : Avinish kumar mishra