पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस्तीफा देने की बात कह डाली. दरअसल, राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने के बाद अभिषेक बनर्जी पहली बार मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे.
इस दौरान टीएमसी के नवनियुक्त राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने वंशवाद को लेकर जारी आलोचनाओं और खुद की योग्यता पर उठने वाले हर सवाल का जोरदार तरीके से जवाब दिया. टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने साफ किया है वो हमेशा से परिवारवाद के खिलाफ रहे हैं. वो हमेशा कहते रहे हैं कि एक परिवार से एक व्यक्ति ही राजनीति में आए. अगर केंद्र की सरकार वंशवाद को लेकर कानून बनाती है तो वो पहले शख्स होंगे जो इस्तीफा देने से पीछे नहीं हटेगा.
टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा कि बीजेपी एक बड़ी पार्टी है. बीजेपी की सरकार को वंशवाद पर कानून जरूर बनाना चाहिए. इस दौरान अभिषेक बनर्जी ने बीजेपी के नेताओं को भी सवालों के घेरे में लिया. अभिषेक बनर्जी ने पूछा कि अगर वंशवाद गलत है तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे को बीसीसीआई का सचिव कैसे बना दिया गया? क्या इस सवाल का जवाब पत्रकार केंद्रीय गृह मंत्री से पूछ सकते हैं.
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दरअसल, टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने के पहले डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी के जिम्मे पार्टी की यूथ विंग थी. वो इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष थे. हाल ही उन्हें पार्टी में प्रमोशन देकर राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है. इस पर बीजेपी अभिषेक बनर्जी पर हमलावर है. यहां तक कि बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने अभिषेक बनर्जी को टीएमसी का राष्ट्रीय महासचिव बनाने पर सवाल उठाए हैं. इसके बाद अभिषेक बनर्जी ने अमित मालवीय से बीजेपी के नेताओं के बेटे और रिश्तेदारों को पार्टी में विधायक और एमपी बनाए जाने पर जवाब तलब किया है. अभिषेक बनर्जी के मुताबिक पहले वंशवाद पर अमित मालवीय को जवाब देना चाहिए.