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तृणमूल ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर की तुषार मेहता को हटाने की मांग, शुभेंदु ने सॉलिसिटर जनरल से मुलाकात से किया इनकार

तृणमूल ने अपने पत्र में कहा है कि नारद स्टिंग ऑपरेशन में शुभेंदु अधिकारी कैमरे पर पैसे लेते देखे गये थे. दोनों ही मामलों की जांच ईडी और सीबीआई कर रही है.

कोलकाताः शुभेंदु अधिकारी से भारत के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता की कथित मुलाकात के बाद पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस ने मेहता को पद से हटाने की मांग की है. तृणमूल कांग्रेस के तीन नेताओं डेरेक ओ ब्रायन, सुखेंदु शेखर रॉय और महुआ मोईत्रा ने शुक्रवार (2 जुलाई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस संबंध में एक पत्र लिखा. वहीं, भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने तुषार मेहता से मुलाकात से इनकार किया है.

इस पत्र में तृणमूल कांग्रेस के तीनों नेताओं ने कहा है कि सारधा चिट फंड घोटाला और नारद स्टिंग ऑपरेशन की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कर रहा है. दोनों ही मामलों में शुभेंदु अधिकारी की संलिप्तता है. पत्र में कहा गया है कि सारधा चिट फंड के मुख्य आरोपी सुदीप्त सेन ने जांच एजेंसियों को बार-बार चिट्ठी लिखकर शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाये हैं.

तृणमूल ने अपने पत्र में कहा है कि नारद स्टिंग ऑपरेशन में शुभेंदु अधिकारी कैमरे पर पैसे लेते देखे गये थे. दोनों ही मामलों की जांच ईडी और सीबीआई कर रही है. इन्हें कानूनी सलाह भारत के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता देते हैं. ऐसे में तुषार मेहता से शुभेंदु अधिकारी की मुलाकात को इन मामलों से अलग करके नहीं देखा जा सकता है. मुलाकात में सॉलिसिटर जनरल को प्रभावित करने की कोशिश की गयी होगी.

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प्रधानमंत्री को संबोधित चिट्ठी में यह भी कहा गया है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद तुषार मेहता से शुभेंदु अधिकारी की भेंट को लेकर सोशल मीडिया में भी प्रतिष्ठित लोगों ने सवाल खड़े किये थे. पत्र में शुभेंदु अधिकारी को रिश्वतखोरी, धोखाधड़ी समेत कई आपराधिक मामलों का आरोपी बताया गया है. कहा गया है कि आपराधिक मामलों का आरोपी अगर किसी लीगल ऑफिसर से मिलता है, तो सवाल खड़े होते हैं.

इसलिए तृणमूल कांग्रेस तुषार मेहता को सॉलिसिटर के पद से हटाने की मांग करती है. ज्ञात हो कि राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने गुरुवार को नयी दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. बताया जा रहा है कि इसके बाद उन्होंने तुषार मेहता से भी मुलाकात की. हालांकि, शुभेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को सफाई दी कि उन्होंने तुषार मेहता से मुलाकात का वक्त मांगा था, लेकिन उनकी मुलाकात उनसे हुई नहीं.

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इससे पहले कहा गया था कि शुभेंदु ने अमित शाह को बंगाल की मौजूदा स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी. श्री अधिकारी ने भारत के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से भी मुलाकात की और विभिन्न कानूनी मुद्दों पर चर्चा की. तुषार मेहता के साथ उनकी मुलाकात को बेहद अहम बताया गया, क्योंकि राज्य की राजनीतिक लड़ाई अब अदालतों तक चली गयी है. श्री अधिकारी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्द्धन से भी मुलाकात की.

नारद केस से बचने के लिए दिल्ली गये शुभेंदु अधिकारी

उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा था कि नारद मामले से बचने के लिए ही शुभेंदु अधिकारी दिल्ली गये हैं. इस संबंध में पूछे जाने पर श्री अधिकारी ने कुणाल घोष का नाम लिये बगैर कहा कि सारधा मामले में साढ़े तीन साल तक जेल में रहने वाले व्यक्ति की बातों का वह कोई जवाब नहीं देंगे.

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Posted By: Mithilesh Jha

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