कोलकाता. पश्चिम बंगाल में शनिवार को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान हिंसक घटनाओं में 17 लोगों की मौत हो गयी, जबकि दर्जनभर लोग घायल हो गये. मुर्शिदाबाद, नदिया, कूच बिहार, दक्षिण व उत्तर 24 परगना, मालदा और पूर्व बर्दवान जिले में सबसे अधिक हिंसक घटनाएं हुईं. कई जिलों से हिंसक झड़प, तोड़फोड़, बैलेट पेपर लूटने, आगजनी, फायरिंग और बमबाजी की घटनाएं सामने आयी हैं. मतदान शुरू होने से पहले ही राज्य के कई क्षेत्रों में हिंसा शुरू हो गयी थी.
पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद से राज्य में हुई हिंसक झड़पों में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे अधिक 11 लोगों की मौत मुर्शिदाबाद में हुई है. इस बीच, हिंसा की घटनाओं को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है. वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने चुनाव के दौरान रक्तपात की घटनाओं पर चिंता जतायी है.
इधर, राज्य चुनाव आयोग ने बताया कि पंचायत चुनाव में शनिवार शाम पांच बजे तक 66.28% वोट डाले गये. राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा ने चुनाव के दौरान हुई हिंसा के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को जिम्मेदार ठहराया है. कहा कि अगर केंद्रीय सुरक्षा बल समय पर पहुंच गया होता, तो हिंसक घटनाएं नहीं घटतीं.
पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और टीएमसी के नेता चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक गिर सकते हैं. क्या राहुल गांधी कुछ बोलेंगे?
अनुराग ठाकुर, केंद्रीय मंत्री
बधाई हो दीदी, आपने पंचायत चुनाव जीत लिया है. आपका चोटिल पैर मतगणना के दिन ठीक हो जायेगा. वह अपने घर से बाहर आयेंगी और लोगों को धन्यवाद देंगी.
अधीर रंजन चौधरी, कांग्रेस नेता
भाजपा, माकपा और कांग्रेस ने साठगांठ की थी और केंद्रीय बलों की मांग की थी. आखिर वे कहां तैनात हैं? तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की हत्या की जा रही है.
शशि पांजा, टीएमसी नेता