कोलकाताः कूचबिहार और असम के रनपगली शिविर का दौरा करने के बाद शनिवार (15 मई) को पूर्वी मेदिनीपुर जिला के नंदीग्राम जा रहे हैं. नंदीग्राम में भी बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के बाद हिंसा की घटनाएं हुईं थीं. राज्यपाल जगदीप धनखड़ हिंसाग्रस्त उन इलाकों का दौरा करेंगे और वहां के लोगों से मुलाकात भी करेंगे.
नंदीग्राम में तृणमूल कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद चुनाव लड़ रहीं थीं. यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी ने उन्हें मामूली वोटों के अंतर से पराजित कर दिया था. चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद नंदीग्राम में कई जगहों पर हिंसक घटनाएं हुईं थीं.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को असम के रनपगली शिविर से लौटने के बाद कहा था कि वह शनिवार को नंदीग्राम में उन जगहों का दौरा करेंगे, जहां विधानसभा चुनाव के बाद हिंसा की घटनाएं हुई थीं. नंदीग्राम से चुनाव जीतने वाले भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी को पार्टी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष का नेता बनाया है.
इससे पहले दिन में श्री धनखड़ ने असम के धुबरी जिले में एक शिविर का दौरा किया, जहां पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले के अनेक लोगों ने शरण ले रखी है. ये लोग हिंसा की घटनाओं के बाद धुबरी चले गये थे. राज्यपाल के गुरुवार के कूचबिहार दौरे को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी. सत्तारूढ़ दल ने दावा किया कि धनखड़ केवल भाजपा कार्यकर्ताओं के घर पर ही गये.
राज्यपाल को कूचबिहार जिला के शीतलकुची में काले झंडे दिखाये गये, जहां चार ग्रामीण चुनाव के दौरान केंद्रीय बलों की गोलीबारी में मारे गये थे. वहीं, जिले के दिनहाटा में राज्यपाल श्री धनखड़ के दौरे के वक्त लोगों ने ‘वापस जाओ’ के नारे लगाये. उन्होंने ट्वीट के जरिए जानकारी दी कि शनिवार को वह नंदीग्राम में उन जगहों का दौरा करेंगे, जहां विधानसभा चुनाव के बाद हिंसा की घटनाएं हुईं थीं.
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https://twitter.com/jdhankhar1/status/1393188487101181954
Posted By: Mithilesh Jha