कोलकाता : बंगाल चुनाव के लिए चुनाव आयोग की ओर से तैनात किये गये विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक कुमार दुबे के बंगाल आने से पहले ही निर्वाचन आयोग ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) जावेद शमीम को उनके पद से हटाकर जगमोहन को इस पद पर नियुक्त किया.
पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए निर्वाचन आयोग की ओर से नियुक्त विशेष पुलिस पर्यवेक्षक तथा भारतीय पुलिस सेवा के अवकाश प्राप्त अधिकारी विवेक दुबे रविवार को कोलकाता पहुंच रहे हैं. एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी.
आंध्रप्रदेश के 1981 बैच के पुलिस अधिकारी विवेक कुमार दुबे को वही जिम्मेदारी दी गयी है, जो उन्हें वर्ष 2019 के आम चुनाव के दौरान दी गयी थी. उन्होंने बताया, ‘वह स्थिति का जायजा लेने रविवार को पश्चिम बंगाल आयेंगे. वह वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे.’
केंद्रीय पुलिस बलों की तैनाती के तहत सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 18 कंपनियां शनिवार को यहां पहुंच गयीं. उन्होंने बताया कि असम से 10 कंपनियां और बिहार से 8 कंपनियां आयी हैं. उन्होंने बताया कि कुल मिलाकर प्रदेश में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 143 कंपनियां पहुंच चुकी हैं.
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के एक दिन बाद शनिवार को चुनाव आयोग ने प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) जावेद शमीम को उनके पद से हटा दिया. उनकी जगह जगमोहन को नियुक्त किया गया है.
1995 बैच के आइपीएस अधिकारी शमीम को मोहन की जगह महानिदेशक (अग्निशमन विभाग) बनाया गया है. उनका रैंक एडीजी का ही होगा. इस फेरबदल से कुछ घंटे पहले भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्य निर्वाचन अधिकारी आरिज आफताब से मिला था और उसने उनसे ‘पक्षपाती’ पुलिस अधिकारियों को चुनाव ड्यूटी से हटाने की अपील की थी.
इस प्रतिनिधिमंडल में सांसद स्वप्न दासगुप्ता एवं अर्जुन सिंह शामिल थे. राज्य की ममता बनर्जी सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले इसी महीने शमीम को राज्य का अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) बनाया था. उससे पहले वह कोलकाता पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त (द्वितीय) थे. पश्चिम बंगाल में इस बार 8 चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे. पिछली बार 7 चरणों में विधानसभा के चुनाव हुए थे.’
Also Read: Bengal Chunav 2021 : चुनाव आयोग के फुल बैंच से मिले TMC नेता, बोले- सीमा पर वोटरों को धमका रही है BSF
भाजपा ने पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के समक्ष कुछ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि वे राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष विधानसभा चुनावों को रोकने के लिए अनुचित तरीकों का सहारा ले रहे हैं.
भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य स्वप्न दासगुप्ता ने कहा कि पार्टी के संज्ञान में यह बात आयी है कि पुलिस अधिकारी चुनाव ड्यूटी के लिए चुने गये कर्मियों को आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज जमा करने को कह रहे हैं. उन्होंने दावा किया, कि यह राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव रोकने के लिए साजिश है.
एक अन्य भाजपा नेता सब्यसाची दत्ता ने आरोप लगाया कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद भी नगर निकायों के कुछ प्रशासक परियोजना आदेश जारी कर रहे हैं. पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए आठ चरणों में मतदान कराया जायेगा और इसकी शुरुआत 27 मार्च से होगी.
Posted By : Mithilesh Jha