कोलकाताः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीतने के बाद हाल में तृणमूल कांग्रेस में लौटे मुकुल रॉय को शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने लोक लेखा समिति (पीएसी) का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया. इस फैसले के विरुद्ध विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने विधानसभा से वाकआउट किया.
कृष्णनगर उत्तर से भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीतने वाले विधायक मुकुल रॉय पिछले महीने ममता बनर्जी की उपस्थिति में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये थे. हालांकि, उन्होंने भाजपा के कई बार कहने के बावजूद विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया. उन्हें जून में पीएसी का सदस्य चुना गया था.
भाजपा नेता और बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि नियमों के अनुसार सामान्यत: किसी विपक्षी विधायक को पीएसी का अध्यक्ष चुना जाता है. लेकिन, तृणमूल कांग्रेस ने नियम का दुरुपयोग करते हुए मुकुल को अध्यक्ष बनाया है. उन्होंने कहा कि इस फैसले के विरोध में विधानसभा के किसी हाउस कमेटी में भाजपा विधायक चेयरमैन नहीं बनेंगे.
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असल में मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने मुकुल रॉय को पीएसी का चेयरमैन बनाकर बड़ा दांव खेला है. एक तरफ ममता ने विपक्षी विधायक को पीएसी चेयरमैन बनाये जाने के नियम का पालन भी करा दिया और दूसरी तरफ अपनी पार्टी में आ चुके व्यक्ति को अहम पद भी सौंप दिया.
बंगाल विधानसभा में भाजपा विधायक दल के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि मुकुल रॉय को चेयरमैन बनाये जाने की शिकायत उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से की है. इस पर 16 जुलाई को सुनवाई होगी.
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शुभेंदु के कहा कि पिछली बार जब मानस भुइयां को उक्त कमेटी का चयेरमैन नियुक्त किया गया था, तब विपक्ष की ओर से की गयी शिकायत पर 23 बार सुनवाई तो हुई, पर फैसला नहीं आया. लेकिन, इस बार ऐसा नहीं होगा. जरूरत पड़ी, तो इस मुद्दे को कोर्ट में ले जायेंगे.
पश्चिम बंगाल के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर मुकुल रॉय जीते थे. अब तक उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है. वह कानूनी रूप से भाजपा के विधायक हैं. चूंकि विपक्ष के विधायक को पीएसी का चेयरमैन चुना जाता है, इसलिए विधानसभा अध्यक्ष ने मुकुल रॉय को यह पद सौंपा है.
उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि संसदीय राजनीति के अनुसार ही मुकुल को पीएसी कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. इस मामले में 16 जुलाई को मुकुल अपनी प्रतिक्रिया देंगे. उस दिन यह साफ हो जायेगा कि वह किस पार्टी के विधायक हैं.
माकपा के पूर्व विधायक डॉ सुजन चक्रवर्ती ने इस विषय पर कहा है कि विरोधी दल के विधायक को पीएसी का चेयरमैन बनाया जाता है. पर तृणमूल कांग्रेस डरी हुई है. आर्थिक भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने के लिए तृणमूल ने मुकुल को चेयरमैन बनाया है. इससे पहले भी मानस भुइयां को पीएसी का चेयरमैन बनाया गया था.
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Posted By: Mithilesh Jha