Kolkata Fire Update : महानगर कोलकाता के हेयर स्ट्रीट थाना इलाके में ईस्टर्न रेलवे हेडक्वार्टर के भीषण अग्निकांड में आग बुझाने गये दमकलकर्मियों की लिफ्ट में झुलसकर हुई मौत ने कई तरह के सवाल खड़े कर दिये हैं. महानगर के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब आग लगने के दौरान दमकलकर्मियों ने लिफ्ट का इस्तेमाल किया. इसी वजह से उनकी मौत भी हुई है. हर इमारत और हर दफ्तर जहां लिफ्ट होता है, वहां साफ -साफ लिखा रहता है कि आग लगने के दौरान इमारत की लिफ्ट का इस्तेमाल ना करें.
आम लोगों के लिए यह जितना जरूरी मैसेज है इतना ही यह दमकलकर्मियों के काम का हिस्सा है. दमकलकर्मियों को ट्रेनिंग के दौरान ही कई बातों पर गौर करने के लिए कहा जाता है, उनमें सबसे प्रमुख होता है आग लगने पर कभी भी लिफ्ट का इस्तेमाल नहीं करना. आग के दौरान लिफ्ट का इस्तेमाल ना करना दमकलकर्मियों के ट्रेनिंग का हिस्सा होता है. मगर ईस्टर्न रेलवे हेडक्वार्टर में लगी आग के दौरान लिफ्ट के इस्तेमाल को लेकर दमकल अधिकारी भी अचंभित है.
मृतकों में शामिल गिरीश डे को लेकर भी दमकल अधिकारी और ज्यादा सदमें में है कि आखिर कैसे एक होनहार और क्वालिफाइड दमकल अधिकारी यह कदम उठा सकता है. फायर ब्रिगेड के एक विश्वसनीय सूत्र बताते है कि गिरीश डे दमकल विभाग के काबिल अफसरों में से एक थे. महानगर में दमकल की जितनी भी उंचे लैडर है, उसको चलाने की ट्रेनिंग के लिए अन्य ऑफिसर के साथ ही गिरीश डे भी विदेश जा चुके थे.
लालबाजार फायर स्टेशन में सब ऑफिसर के पोस्ट पर तैनात गिरीश डे की ऐसी मौत पर दमकल के अधिकारियों के पास कोई शब्द नहीं है. गिरीश दे के अलावा दमकल के और तीन कर्मी अनिरुद्ध जाना, विमान पुराकायत और गौरव वैज की भी लिफ्ट में आग से झुलसकर मौत हुई है और इनकी मौत से भी पूरा विभाग शोक में है.
दमकल सूत्रों की मानें तो आग के समय लिफ्ट का इस्तेमाल सुसाइड के बराबर ही है. दरअसल, जब किसी घर के भीतर आग लगती है तो आग के कारण घर में मौजूद ऑक्सीजन पूरी तरह जलकर समाप्त हो जाता है और ऐसे में अगर कोई खिड़की या दरवाजा खोला जाता है तो आग तेजी से उस तरफ बढ़ जाती है. दमकल के कुछ सूत्रों का मानना है कि ऐसा ही इस मामले में भी हुआ है. लिफ्ट का गेट खुलते ही इमारत की आग लिफ्ट की तरफ तेजी से चली गयी क्योंकि लिफ्ट में ऑक्सीजन था.
दमकल सूत्रों का कहना है कि इस मामले में किसकी लापरवाही और किसके कहने पर दमकल अधिकारियों को लिफ्ट में जाना पड़ा था, यह अभी सबसे बड़ा रहस्य बन गया है . आखिर किसने उन्हें लिफ्ट से उपर जाने को कहा था? कौन है वह या वे चारों खुद ही लिफ्ट से चढ़े थे ? यह मामला काफी पेचिदा होता जा रहा है. हालांकि इस मामले में कोई भी दमकल अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं .
इस मामले में यह भी सामने आ रहा है कि आग लगने के दो घंटे बाद भी इमारत की बिजली नहीं बंद की गयी थी. हालांकि आग लगने के बाद ही बिजली प्रवाह को सबसे पहले बंद किया जाता है. मगर इस मामले में इसके उलट ही देखा गया और इसके कारण ही इतनी बड़ी घटना घट गयी.
Posted by : Babita Mali