कोलकाता : अवैध कोयला खनन और कारोबार से जुड़े मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआइ की अपराध निरोधक शाखा (एसीबी) की टीम ने मंगलवार को कोलकाता समेत राज्य के पांच ठिकानों में छापामारी अभियान चलाया. यह अभियान कोलकाता के शेक्सपीयर सरणी स्थित दफ्तर व बराकर के हनुमान चढ़ाई इलाके के निवासी और उद्योगपति अमित अग्रवाल ऊर्फ सोनू के आवास व कारखाने में एक साथ चलाया गया. पश्चिम बर्दवान जिले के बरकार में उनके आवास, दुर्गापुर में स्थित कार्यालय, सालानपुर, कांकसा और बड़जोड़ा (बांकुड़ा) में स्थित कारखाने में सर्च अभियान चला.
इस दौरान सीआरपीएफ के जवानों के साथ इसीएल के अधिकारी व विजिलेंस विभाग की टीम भी शामिल थी. सीबीआइ सूत्र बताते हैं कि इस मामले में प्रमुख आरोपी अनूप माझी उर्फ लाला के अवैध कोयले की खपत इन उद्योगों में होती थी. लाला के अवैध कोयले की खपत धड़ल्ले से इन उद्योगों में होने की सूचना थी. जांच अभियान में कुछ इलेक्ट्राॅनिक उपकरण व कई दस्तावेज जब्त किये गये हैं, जिसकी जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. मामले में इसीएल के पांच अधिकारी सहित अनूप माजी ऊर्फ लाला को नामजद करने के साथ ही सीआइएसएफ, रेलवे, इसीएल के अधिकारियों व अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है. रेलवे और इसीएल अधिकारियों से पूछताछ जारी है.
2020 में सोनू के आवास पर चला चुकी है सर्च ऑपरेशन
गौरतलब है कि इससे पहले, झारखंड में माओवादियों को फंडिंग करने के मामले में एनआइए की टीम 2020 में भी सोनू के आवास और उद्योगों में सर्च ऑपरेशन चला चुकी है.
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लाला से सीबीआइ अभी तक पूछताछ नहीं कर पायी है. वह फरार है. उसे भगोड़ा घोषित किया जा चुका है और उसकी संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया चल रही है. लाला के साथ प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से जुड़े सभी लोगों से सीबीआइ पूछताछ कर रही है और जरूरत के आधार पर उनके आवास और कार्यालय पर सर्च अभियान भी चला रही है. लाला के सबसे करीबी बमापद दे को सीबीआइ ने सिलीगुड़ी में पकड़ा. उससे पूछताछ में सीबीआइ को काफी अहम जानकारी और दस्तावेज मिले हैं.
Posted By – Aditi Singh