West Bengal Panchayat Chunav 2023 : पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के लिए बुधवार 14 जून नामांकन की आखिरी तारीख थी. लेकिन इस दिन भी हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला है. पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन भाजपा उम्मीदवार अर्जुन सरदार अपना पर्चा दाखिल करने के लिए 100 किमी गए लेकिन, उन्हें खाली हाथ ही लौटना पड़ा. उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखली में स्थित नजत 1 ग्राम पंचायत से बशीरहाट उप-विभागीय अधिकारी कार्यालय, कोलकाता तक यात्रा करने के बाद भी वह नामांकन दाखिल नहीं कर पाए.
हालांकि, संदेशखाली बीडीओ कार्यालय नजत में उनके घर से सिर्फ 15 मिनट की दूरी पर है. लेकिन अर्जुन सरदार वहां नहीं गए और कारण बताया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा “आतंकी रणनीति” और पंचायत चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद से व्यापक हिंसा के कारण उन्होंने वहां जाने की हिम्मत नहीं की. संदेशखाली ब्लॉक में पंचायत समिति के लिए चुने जाने की उम्मीद रखने वाले सरदार ने कहा, ‘तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने इलाके में आतंक का राज कायम कर रखा है. बीडीओ कार्यालय पर कब्जा कर लिया है. टीएमसी कार्यकर्ता लाठी और क्रिकेट विकेट लेकर बीडीओ कार्यालय से विपक्षी उम्मीदवारों को खदेड़ रहे हैं.
पश्चिम बंगाल राज्य निर्वाचन आयोग के कार्यलय में बुधवार को जमकर ड्रामा हुआ. पंचायत चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जो उम्मीदवार हिंसा के कारण अपना पर्चा भरने में नाकाम रहे थे, पार्टी के नेताओं ने आज उन्हें लेकर आयोग के कार्यालय में घुसने का प्रयास किया. उन्होंने मांग की कि आयोग निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराने के लिए कदम उठाए.
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वहीं दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने में अपनी नाकामी को छुपाने के लिए ड्रामा कर रही है. पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी और राज्य में भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार उम्मीदवारों को बस में लेकर आए और आयोग के कार्यालय में घुसने का प्रयास किया. हालांकि, पुलिस ने इन लोगों को रोक दिया.