प्रवर्तन निदेशालय (ईडी, ED) की टीम ने शुक्रवार सुबह सात बजे पश्चिम बंगाल के दो मंत्रियों के घरों पर छापेमारी की. ईडी के अधिकारियों ने राज्य के उद्योग और वाणिज्य मंत्री और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के महासचिव पार्थ चटर्जी के घर पर छापा मारा. राज्य के एक अन्य मंत्री परेश चंद्र अधिकारी के घर पर भी छापेमारी की गयी. ईडी की ओर से जो जानकारी दी गयी है उसके अनुसार इन दोनों मंत्रियों के घर के साथ-साथ, राज्य में आज सुबह से ही कुल 13 जगहों पर छापामारी अभियान जारी है.
यहां चर्चा कर दें कि गुरुवार को शहीद दिवस का पालन किया गया था. कोलकाता शहर की सड़कों पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. उस बैठक के मंच से एसएससी के भ्रष्टाचार पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वाम दलों पर हमला बोला था. वामपंथी सांसद और वकील विकासरंजन भट्टाचार्य उनके हमले से नहीं बचे सके थे. घटना के 24 घंटे के भीतर ईडी के अधिकारियों ने कोलकाता के नाकतला में पार्थ चटर्जी के घर और कूचबिहार जिले के मेखलीगंज में परेश चंद्र अधिकारी के घर पर छापेमारी की.
जांच एजेंसी यह पता लगाने के लिए छापेमारी कर रही है कि एसएससी भ्रष्टाचार मामले में करोड़ों रुपये के लेन-देन में इन दोनों मंत्रियों की जेब में कितना पैसा आया है और उनकी संपत्ति में कितनी बढ़ोतरी हुई. इसके साथ ही ईडी के अधिकारी कई अन्य सवालों के जवाब तलाश रहे हैं. वे जानना चाहते हैं कि पैसा कहां से आया, कहां गया, पैसे कैसे बांटे गये. ईडी सूत्रों के मुताबिक करीब 90 अधिकारियों की 13 टीमें इस ऑपरेशन को अंजाम दे रही हैं.
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पश्चिम बंगाल के दो मंत्रियों के घरों पर छापेमारी के अलावा स्कूल सेवा आयोग में भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे लोगों के घरों की भी तलाशी ली जा रही है. ईडी के अधिकारी केंद्रीय बल के जवानों को साथ ले गये हैं ताकि कोई भी किसी भी तरह से तलाशी अभियान में बाधा न बन सके. सूत्रों के मुताबिक ईडी के अधिकारी का उक्त लोग सहयोग नहीं करते हैं या तलाशी अभियान में बाधा डालते हैं या सवालों का जवाब नहीं देते हैं तो गिरफ्तारी की राह पर ईडी चल सकती हैं.
जानकार सूत्रों के मुताबिक ईडी के अधिकारियों ने इस तलाशी अभियान के लिए आज का दिन चुना है. क्योंकि तृणमूल के खेमे में 21 जुलाई की खुमारी है जो अभी खत्म नहीं हुआ. सुबह सुबह ईडी की इस छापामारी से तृणमूल के नेताओं में हड़कंप मच गया. बंगाल की जनता यह देख रही है कि आज के इस तलाशी अभियान के बाद क्या कुछ नया तथ्य बाहर निकल कर आता है.