कोलकाता, विकास कुमार गुप्ता : पश्चिम बंगाल में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को एक साथ कई ठिकानों पर छापेमारी की. मामला नगरपालिकाओं में अवैध तरीके से हुई नियुक्ति से जुड़ा है. सीबीआई की जांच की जद में ममता बनर्जी के करीबी मंत्री फिरहाद हकीम का विभाग भी आ गया है. केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम ने राजधानी के साल्टलेक स्थित नगर विकास विभाग में भी दबिश दी है. इसके अलावा दमदम, टीटागढ़, पानीहाटी, हालीशहर समेत राज्य की कई नगरपालिकाओं में सीबीआई की टीम पहुंची है.
स्टाफ नियुक्ति में भ्रष्टाचार से जुड़ा है मामला
बताया गया है कि मामला स्टाफ की नियुक्ति में भ्रष्टाचार से जुड़ा है. कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर केंद्रीय एजेंसी सीबीआई ने मामले की जांच शुरू की थी. आज इस मामले में सीबीआई ने दक्षिण दमदम, टीटागढ़, पानीहाटी, हालीशहर समेत कई नगरपालिकाओं के दफ्तरों में छापेमारी की. सीबीआई की टीम ने उन दफ्तरों में जाकर नियुक्ति से जुड़े कागजात खंगाले. छापेमारी की कार्रवाई अभी भी जारी है.
ऐसे हुआ नगरपालिकाओं में नियुक्ति में गड़बड़ी का खुलासा
बता दें कि नगरपालिकाओं में हुई नियुक्तियों में गड़बड़ी का मामला उस वक्त सामने आया था, जब पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच चल रही थी. शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में अयन शील नामक एक व्यक्ति को केंद्रीय एजेंसी ने गिरफ्तार किया था. उसके घर से शिक्षकों की भर्ती में हुई अनियमितता से जुड़े कई दस्तावेज बरामद हुए थे. उसके ठिकाने से ही कई और दस्तावेज एजेंसियों के हाथ लगे, जिससे पता चला कि नगरपालिका में हुई नियुक्तियों में भी बड़े पैमाने पर घोटाले हुए हैं.
कलकत्ता हाईकोर्ट ने दिये थे सीबीआई जांच के आदेश
मामला कलकत्ता हाईकोर्ट पहुंचा. हाईकोर्ट ने सीबीआई को पूरे मामले की जांच करने का आदेश दिया. इसके बाद केंद्रीय एजेंसी ने मामले की जांच शुरू की. अब सीबीआई की टीम ने एक साथ कई ठिकानों पर छापेमारी की है. छापे की कार्रवाई जारी है. छापेमारी खत्म होने के बाद यह पता चल पायेगा कि रेड करने वाली सीबीआई की टीम के हाथ कौन-कौन से दस्तावेज लगे हैं.
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कौन है अयन शील?
एक साथ कई नगरपालिकाओं में पड़ी सीबीआई की रेड के बाद अयन शील एक बार फिर चर्चा में आ गया है. आखिर कौन है ये अयन शील? आपको बता दें कि अयन शील बंगाल सरकार से स्टाफ भर्ती का टेंडर लेता था. नगरपालिकाओं में हुई नियुक्तियों के लिए जो टेंडर जारी हुआ था, उसका ठेका अयन शील को ही मिला था.