दफ्तर में ही सोते है फ्रांस के सांसद
मुकेश कुमार फ्रांस के कई सांसद इन दिनों नेशनल असेंबली स्थित अपने कार्यालयों में ही सो रहे हैं. राष्ट्रपति इम्मानुएल मैक्रॉन के नेतृत्व वाली पार्टी ला रिपब्लिक एन मार्चे (एलआरइएम) के कई सांसद तो बाजाप्ता अपने कार्यालय में स्लीपिंग बैग रखते हैं. दरअसल दफ्तरों में सांसदों के सोने की दो वजहें हैं – पहला, फ्रांस […]
मुकेश कुमार
फ्रांस के कई सांसद इन दिनों नेशनल असेंबली स्थित अपने कार्यालयों में ही सो रहे हैं. राष्ट्रपति इम्मानुएल मैक्रॉन के नेतृत्व वाली पार्टी ला रिपब्लिक एन मार्चे (एलआरइएम) के कई सांसद तो बाजाप्ता अपने कार्यालय में स्लीपिंग बैग रखते हैं.
दरअसल दफ्तरों में सांसदों के सोने की दो वजहें हैं – पहला, फ्रांस की असेंबली में आवासों की कमी और दूसरा, असेंबली में युवा सांसदों की भरमार. जानकार बताते हैं कि पूर्व में असेंबली में उपस्थिति अपेक्षाकृत उतनी रहती थी.
इसलिए आवास कोई बड़ी समस्या नहीं थी. अब जबकि युवा सांसद बहुतायत हैं और वे उत्साही भी हैं, तो वे ज्यादा से ज्यादा वक्त नेशनल असेंबली में बिता रहे हैं. इन उत्साही सांसदों के कारण पिछले कुछ हफ्तों के दौरान नेशनल असेंबली की पैलेस बोरबॉन सीट यूनिवर्सिटी कैंपस के रूप में नजर आने लगी है.
असेंबली के पास अपने सभी किरायेदारों को सोने लायक जगह की कमी है. कुछ सांसदों के पास तो केवल एक बिस्तर और एक बाथरूम है, जबकि दूसरों के पास सिर्फ एक साधारण कार्यालय है. वैसे नेशनल असेंबली के पास खुद का 50 बिस्तरों वाला एक होटल है. लेकिन इन सभी कमरों को भी सांसदों के लिए ले लिया गया है. सांसद कैथरीन ओससन ने बताया कि ‘बेशक कुछ घंटों के लिए अपने ऑफिस में सोना कोई बेवकूफी नहीं है.’ लंबे समय तक होटल में रहना महंगा है.
मुझे अपने क्षेत्र में अपने अभियान को चलाने के लिए व्यक्तिगत तौर पर ऋण लेना पड़ा है. रात में कार्यालय में सोना सुविधाजनक भी है. रात में खत्म होने वाले सत्र के बाद सोने के लिए आपको कुछ ही घंटे मिलते हैं. ऐसे में सोने के लिए कहीं और जाना समय की बर्बादी है. दूसरे दिन आपको असेंबली भी समय से पहुंचना होता है.