मलेशियाई विमान: नई ध्वनि तरंग का पता चला, तलाश के दायरे को सीमित किया गया
पर्थ : मलेशियाई एयरलाइंस के दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान के मलबे की तलाशी के क्रम में पानी के अंदर नई ध्वनि तरंग रिकार्ड होने की संभावना जताई गयी है और विमान की खोजबीन में जल्दी ही सफलता की उम्मीद जताई गयी है. इसके साथ ही तलाशी का दायर अब हिंद महासागर के और भी कम क्षेत्र […]
पर्थ : मलेशियाई एयरलाइंस के दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान के मलबे की तलाशी के क्रम में पानी के अंदर नई ध्वनि तरंग रिकार्ड होने की संभावना जताई गयी है और विमान की खोजबीन में जल्दी ही सफलता की उम्मीद जताई गयी है. इसके साथ ही तलाशी का दायर अब हिंद महासागर के और भी कम क्षेत्र में सीमित कर दिया गया है.
मलेशिया एयरलाइन्स के विमान एमएच 370 की तलाश के 33वें दिन एक ऑस्ट्रेलियाई नौसैनिक विमान ने आज हिंद महासागर में पानी के अंदर उसी क्षेत्र में नये सिग्नल का पता लगाया जहां पहले तरंगें दर्ज की गयी हैं और जो विमान के ब्लैक बॉक्स से मेल खाती हैं. इस विमान ने 8 मार्च को 239 यात्रियों को लेकर उडान भरी थी और बाद में रहस्यमयी तरीके से लापता हो गया.
तलाश अभियान की अगुवाई कर रहे ज्वाइंट एजेंसी कॉर्डिनेशन सेंटर (जेएसीसी) के प्रमुख अंगस ह्यूस्टन ने कहा कि आज दोपहर बाद तलाश करते हुए एक आरएएएफ एपी-3सी ओरियन विमान ने ऑस्ट्रेलियाई रक्षा पोत ओशन शील्ड के आसपास के क्षेत्र में संभावित सिग्नल का पता लगाया. मलेशियाई एयरलाइंस के विमान की तलाश के दायरे को कल के 75,000 वर्ग किलोमीटर से कम करके आज 57,923 वर्ग किलोमीटर कर दिया गया. तलाश के इलाके का केंद्र पर्थ के उत्तर पश्चिम में लगभग 2280 किलोमीटर में हैं. 10 सैन्य विमान, चार असैन्य विमान और 13 जहाज लापता विमान की तलाश कर रहे हैं.
ब्लैक बॉक्स का पता लगाया जाना महत्वपूर्ण है. इसके मिलने के बाद ही पता चलेगा कि आठ मार्च को रवाना हुए विमान के साथ क्या हुआ था. उधर, ब्रिटेन के हवाई हादसे से जुडे जांच अधिकारियों ने साल 2012 में हुए गंभीर हादसे में फ्लाइट रिकॉर्डिंग डाटा को सुरक्षित रखने की समुचित प्रक्रिया का पालन नहीं करने को लेकर मलेशिया एयरलाइंस की आलोचना की है. यह घटना 17 अगस्त, 2012 को हुई थी.